पेरू में सोलेनम वंश की एक नई स्थानिक प्रजाति की खोज, जिसे 'गंभीर रूप से लुप्तप्राय' घोषित किया गया

द्वारा संपादित: An goldy

नवंबर 2025 के महीने में, वैज्ञानिक बिरादरी ने आधिकारिक तौर पर पौधों की एक नई प्रजाति, जिसका नाम सोलेनम स्टेलाटिकालाइसिनम (Solanum stellaticalycinum) रखा गया है, का वर्णन किया। यह खोज पेरू के यानाचागा-चेमिलियन राष्ट्रीय उद्यान (PNYCh) के भीतर स्थित ऊँचे पर्वतीय वनों से हुई है। यह महत्वपूर्ण खुलासा सोलानासी (Solanaceae) परिवार के भीतर पार्क में किए गए वर्गीकरण संबंधी गहन अध्ययन का परिणाम था। यह नई प्रजाति अपने ज्ञात रिश्तेदारों, जैसे एस. एंसेप्स (S. anceps), एस. एंगस्टियालेटम (S. angustialatum), और एस. इनकर्मम (S. incurvum) से कई मायनों में अलग है। इसकी विशिष्ट पहचान बैंगनी रंग के पुष्पवृंतों और लम्बे, नुकीले फलों की उपस्थिति से होती है, साथ ही इसकी कैलिक्स (बाह्यदलपुंज) का आकार तारे जैसा है, जिसने इसे इसका नाम दिया है।

सोलेनम स्टेलाटिकालाइसिनम का वितरण क्षेत्र अत्यंत सीमित है, जो केवल प्रांत ओक्सापांपा के भीतर लगभग 111.9 वर्ग किलोमीटर तक ही फैला हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) के मानदंडों के अनुसार, प्रारंभिक मूल्यांकन ने इस प्रजाति को 'गंभीर रूप से लुप्तप्राय' (EN) की श्रेणी में रखा है। यह वर्गीकरण मानदंड B1ab (i, iii) पर आधारित है, जो इसकी अत्यधिक नाजुक स्थिति को दर्शाता है। इस प्रजाति के लिए मुख्य खतरे वे मानवीय दबाव हैं जो कृषि भूमि के विस्तार और इसके प्राकृतिक आवास के निकट सड़कों के निर्माण से उत्पन्न हो रहे हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि संरक्षण के प्रयास तत्काल आवश्यक हैं।

यानाचागा-चेमिलियन राष्ट्रीय उद्यान, जो पासको क्षेत्र में स्थित है और जिसकी स्थापना 29 अगस्त 1986 को हुई थी, लगभग 122,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह पार्क प्लेइस्टोसिन युग के दौरान एक महत्वपूर्ण आश्रय स्थल रहा है और यहाँ जैव विविधता का एक विशाल भंडार मौजूद है। अनुमान है कि यहाँ पौधों की लगभग 5000 प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जो पेरू में मौजूद कुल प्रजातियों का 25% हिस्सा है। पार्क का प्रबंधन राष्ट्रीय संरक्षित प्राकृतिक क्षेत्र सेवा (SERNANP) द्वारा किया जाता है, जो इस अनमोल पारिस्थितिकी तंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

एस. स्टेलाटिकालाइसिनम की यह खोज सोलेनम वंश के वर्गीकरण संबंधी ज्ञान को और समृद्ध करती है, जिसमें लगभग 1500 प्रजातियाँ शामिल हैं और जिसका सर्वाधिक जमावड़ा दक्षिण अमेरिकी एंडीज क्षेत्र में है। इसी क्षेत्र में पहले से ही एक अन्य स्थानिक प्रजाति, सोलेनम ओक्सापांपेन्स (Solanum oxapampense), का वर्णन किया जा चुका है। इस नई प्रजाति के नमूने, जिनमें फूल अगस्त से नवंबर के बीच और फल अप्रैल तथा अक्टूबर में लगे हुए पाए गए, मुख्य रूप से अब्रा यानाचागा, सैन अल्बर्टो और चाकोस जैसे क्षेत्रों से एकत्र किए गए थे।

इस प्रजाति का संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यानाचागा-चेमिलियन पार्क जून 2010 से यूनेस्को द्वारा नामित ओक्सापांपा - आशानिंका - यानेशा बायोस्फीयर रिजर्व का केंद्रीय क्षेत्र भी है। पार्क का यह क्षेत्र चश्मे वाले भालू (Tremarctos ornatus) और जगुआर (Panthera onca) जैसी प्रतिष्ठित प्रजातियों के लिए भी एक सुरक्षित ठिकाना प्रदान करता है। इसके सीमित भौगोलिक फैलाव और लगातार मानवीय हस्तक्षेप को देखते हुए, इस नई प्रजाति की आबादी में और गिरावट को रोकने के लिए पार्क के बफर ज़ोन में लक्षित प्रबंधन और निगरानी उपायों को लागू करना अनिवार्य हो जाता है।

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स्रोतों

  • Inforegion

  • vertexaisearch.cloud.google.com

  • vertexaisearch.cloud.google.com

  • PhytoKeys

  • ResearchGate

  • vertexaisearch.cloud.google.com

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