मोल्दोवा में हुए संसदीय चुनावों में यूरोपीय संघ समर्थक पार्टी 'एक्शन एंड सॉलिडैरिटी' (PAS) ने निर्णायक जीत दर्ज की है। इस जीत से देश के यूरोपीय संघ में शामिल होने के लक्ष्य को और बल मिला है। PAS को 50.15% वोट मिले, जबकि उसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी, रूस समर्थक 'विक्ट्री' ब्लॉक को 24.19% वोट प्राप्त हुए। 101 सीटों वाली संसद में PAS को कम से कम 54 सीटें मिलने की उम्मीद है, जो इसे पूर्ण बहुमत प्रदान करती है। यह परिणाम मोल्दोवा के पश्चिमी देशों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
चुनाव के दौरान, मोल्दोवा की सरकार ने चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने के रूस के "बड़े पैमाने पर प्रयासों" के आरोपों को उजागर किया। राष्ट्रपति मैया सैंडू ने कहा कि देश के भविष्य के लिए यह चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण था और देश का भविष्य यूरोपीय संघ में है। उन्होंने रूस पर "बड़े पैमाने पर हस्तक्षेप" का आरोप लगाया, जिसे रूस ने "बेबुनियाद" बताया है। इन आरोपों में साइबर हमले, दुष्प्रचार अभियान और मतदाताओं को लुभाने के प्रयास शामिल थे। इन चुनौतियों के बावजूद, 52.1% मतदान हुआ, जिसमें 1.6 मिलियन से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिनमें विदेशों में रहने वाले 264,000 मतदाता भी शामिल थे।
PAS की इस जीत से मोल्दोवा के 2030 तक यूरोपीय संघ में शामिल होने के लक्ष्य को गति मिलेगी। यूरोपीय संघ ने 2022 में मोल्दोवा को उम्मीदवार का दर्जा दिया था और जून 2024 में सदस्यता वार्ता शुरू की थी। यूरोपीय संघ ने मोल्दोवा के लिए 1.9 बिलियन यूरो की एक विकास योजना भी प्रस्तावित की है, जिसका उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करना है। यह परिणाम मोल्दोवा के लिए एक नई दिशा का संकेत देता है, जहाँ वह यूरोपीय एकीकरण की राह पर आगे बढ़ेगा।
यह चुनाव मोल्दोवा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जो देश के भविष्य की दिशा तय करेगा। PAS की जीत ने पश्चिमी देशों के लिए राहत की सांस दी है, क्योंकि यह मोल्दोवा को रूस के प्रभाव क्षेत्र से दूर रखने में मदद करेगा। हालांकि, रूस द्वारा हस्तक्षेप के आरोपों और देश के भीतर राजनीतिक विभाजन की चुनौतियां बनी हुई हैं। इन सबके बीच, मोल्दोवा का यूरोपीय संघ की ओर झुकाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है, जो क्षेत्र की भू-राजनीतिक गतिशीलता को भी प्रभावित कर सकता है।