बॉलीवुड के सबसे फिट अभिनेताओं में से एक, 57 वर्षीय अक्षय कुमार, अपनी असाधारण ऊर्जा और जीवंतता का श्रेय एक अनुशासित जीवन शैली को देते हैं। दशकों से फिल्म उद्योग में सक्रिय रहने वाले कुमार, अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य के प्रति अपने अनूठे दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। उनकी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जल्दी रात का खाना खाना, आमतौर पर शाम 6:30 बजे तक, और हर सोमवार को एक दिन का उपवास रखना।
अक्षय कुमार का मानना है कि रात का भोजन जल्दी करने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है, जो रात के दौरान शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही आराम की स्थिति में होता है। देर रात भोजन करने से पेट को देर तक काम करना पड़ता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वैज्ञानिक शोध भी इस बात का समर्थन करते हैं कि 'अर्ली टाइम-रिस्ट्रिक्टेड ईटिंग' (ETRE) या जल्दी भोजन का समय निर्धारित करना, शरीर की प्राकृतिक सर्कैडियन लय के साथ बेहतर तालमेल बिठाता है। यह न केवल पाचन में सुधार करता है बल्कि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और चयापचय को बढ़ावा देने में भी सहायक होता है। यह अभ्यास शरीर को रात भर वसा को ऊर्जा के रूप में उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जो वजन प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उनकी फिटनेस की एक और महत्वपूर्ण कड़ी है साप्ताहिक उपवास। हर सोमवार को, अक्षय कुमार रविवार रात के अंतिम भोजन के बाद से मंगलवार सुबह तक कुछ भी नहीं खाते। उनका मानना है कि यह एक दिवसीय उपवास उनकी ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने, मानसिक स्पष्टता बढ़ाने और शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। यह प्रथा, जिसे इंटरमिटेंट फास्टिंग का एक रूप माना जा सकता है, शरीर को आंतरिक मरम्मत और पुनर्जीवन के लिए समय देती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य को लाभ होता है।
व्यायाम के मामले में, अक्षय कुमार पारंपरिक वजन उठाने (वेटलिफ्टिंग) से बचते हैं। इसके बजाय, वे रॉक क्लाइंबिंग, बॉडी-वेट एक्सरसाइज और विभिन्न प्रकार के खेल जैसे कार्यात्मक और प्राकृतिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। वे अक्सर मजाक में कहते हैं कि उनका जिम "बंदरों के लिए बनाया गया है" क्योंकि यह चढ़ने और लटकने जैसी गतिविधियों के लिए अधिक उपयुक्त है। यह दृष्टिकोण मांसपेशियों को मजबूत बनाने और शरीर को चुस्त रखने पर जोर देता है, जो मशीनों पर निर्भर रहने से कहीं अधिक प्रभावी है।
उनकी दिनचर्या में सुबह जल्दी उठना (अक्सर 4:30 या 5:30 बजे) और रात को जल्दी सो जाना (लगभग 10 बजे तक) भी शामिल है, जो उनके अनुशासन का एक और प्रमाण है। वे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों और शर्करा से परहेज करते हैं और पर्याप्त मात्रा में पानी और प्राकृतिक जूस पीकर शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं। अक्षय कुमार का यह समग्र दृष्टिकोण, जो आहार, व्यायाम और आराम के संतुलन पर आधारित है, उनकी 57 वर्ष की आयु में भी उनकी फिटनेस और जीवंतता का रहस्य है। यह दर्शाता है कि कैसे प्राकृतिक जीवन शैली और अनुशासन हमें दीर्घायु और स्वास्थ्य की ओर ले जा सकते हैं।