संयुक्त राष्ट्र ने कथित मादक पदार्थ तस्करों पर अमेरिकी हवाई हमलों की कड़ी निंदा की

जेनेवा, 31 अक्टूबर 2025। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने अमेरिका द्वारा किए जा रहे सैन्य हमलों की तीखी आलोचना की है। ये हमले उन जहाजों को निशाना बनाते हैं जिन्हें वाशिंगटन "मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ी समुद्री वस्तुएं" बताता है। तुर्क ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानून के मानदंडों का उल्लंघन करती है और वास्तव में ये न्यायेतर हत्याओं (extrajudicial executions) के समान हैं।

अपने आधिकारिक बयान में, उच्चायुक्त तुर्क ने चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि सितंबर की शुरुआत से लेकर अब तक, कैरिबियन सागर और प्रशांत महासागर में अमेरिकी हवाई हमलों के परिणामस्वरूप 60 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मरने वालों में चालक दल के सदस्य और नागरिक भी शामिल हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में घातक बल का प्रयोग किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता।

तुर्क ने कहा, "तस्करी के संदिग्धों के खिलाफ कानून प्रवर्तन की कार्रवाई मानवाधिकारों के पूर्ण सम्मान और न्यायिक सुनवाई के अवसर के साथ की जानी चाहिए, न कि बमबारी के माध्यम से।" यह एक मौलिक सिद्धांत है जिसका पालन होना अनिवार्य है।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि जानलेवा बल का उपयोग केवल अंतिम उपाय के रूप में ही स्वीकार्य है—जब जीवन को तत्काल और सीधा खतरा हो। उनके अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ऑपरेशन के लक्ष्यों के बारे में दी गई जानकारी सीमित है, और यह साबित करने के लिए कोई प्रमाण नहीं है कि जहाज पर मौजूद व्यक्तियों से कोई सीधा खतरा उत्पन्न हो रहा था।

दूसरी ओर, अमेरिकी पक्ष इन हमलों को देश में आने वाले मादक पदार्थों के प्रवाह को रोकने की आवश्यकता बताकर सही ठहराता है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की कि वे "कानूनी अधिकारों के दायरे में" काम कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में "नारको-आतंकवादियों पर हमले" जारी रखेंगे।

रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने इस बात पर जोर दिया कि ये ऑपरेशन उन समूहों के विरुद्ध निर्देशित हैं "जो अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।" यह बयान अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता को दर्शाता है।

पेंटागन ने पुष्टि की है कि अधिकांश हमले दक्षिण अमेरिका के तटों के पास के क्षेत्रों में हुए हैं। हालांकि, प्रशांत महासागर में हाल ही में किए गए हमलों में कम से कम 18 लोगों की मौत हुई है। इन अभियानों के लिए, यूएस नेवी के बल, जिसमें विमानवाहक पोत यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड भी शामिल है, को क्षेत्र में तैनात किया गया है।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया अत्यंत तीव्र रही है। मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम ने स्पष्ट किया कि उनका देश ऐसी कार्रवाइयों का समर्थन नहीं करता है और उन्होंने अमेरिकी राजदूत के साथ परामर्श की मांग की है। कोलंबिया और वेनेजुएला की सरकारों ने भी अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है और इन हमलों को अंतर्राष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन करार दिया है।

अंत में, वोल्कर तुर्क ने वाशिंगटन से आग्रह किया कि वह हवाई हमलों की इस प्रथा को तुरंत बंद करे और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित कानूनी ढांचे के भीतर वापस लाए।

स्रोतों

  • مصراوي.كوم

  • DW.com

  • Al Jazeera

  • Reuters

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