स्लोवाकिया में सरकार की नीतियों के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन

द्वारा संपादित: gaya ❤️ one

स्लोवाकिया में प्रधानमंत्री रॉबर्ट फ़िको की सरकार की नीतियों के खिलाफ देश भर के 16 शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। राजधानी ब्रातिस्लावा भी इन प्रदर्शनों का केंद्र है। नागरिकों में सरकार की आर्थिक नीतियों, विशेष रूप से उच्च मुद्रास्फीति और बजट घाटे को लेकर गहरा असंतोष है। इसके अतिरिक्त, फ़िको के कथित रूस-समर्थक रुख और यूक्रेन युद्ध पर उनकी सरकार की स्थिति को लेकर भी लोग विरोध कर रहे हैं।

इन विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत 23 दिसंबर 2024 को प्रधानमंत्री फ़िको की मॉस्को यात्रा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद हुई थी। हाल ही में चीन की यात्रा और बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी मुलाकात के बाद विरोध प्रदर्शनों में और तेजी आई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे सरकार के "कंजूसी" उपायों से थक चुके हैं, जिन्हें देश के बजट घाटे को कम करने के लिए आवश्यक बताया जा रहा है। पिछले साल स्लोवाकिया का बजट घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.3% था, जो यूरोज़ोन में दूसरा सबसे बड़ा था। यूरोपीय आयोग ने 2025 के लिए 6.8% के घाटे का अनुमान लगाया है, जो यूरोपीय संघ की 3% की सीमा से काफी ऊपर है।

इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व विपक्षी दल, प्रोग्रेसिव स्लोवाकिया (पीएस) कर रहा है, जिसके नेता मिखाइल शिमचका ने कहा है कि नागरिक "तंग आ चुके हैं"। शिमचका की पार्टी फ्रीडम एंड सॉलिडैरिटी, क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स और डेमोक्रेट्स जैसे अन्य राजनीतिक समूहों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शनों का आयोजन कर रही है। कुछ नेताओं ने सरकार के खिलाफ आम हड़ताल का सुझाव भी दिया है।

फ़िको की सरकार की तुलना अक्सर हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन से की जाती है, जिन्हें कई लोग सत्तावादी मानते हैं। आलोचकों का कहना है कि स्लोवाकिया फ़िको के नेतृत्व में हंगरी के रास्ते पर चल रहा है। फ़िको ने 2023 के संसदीय चुनावों में जीत हासिल की थी और तब से उन्होंने यूक्रेन को सैन्य सहायता बंद करने और रूस के खिलाफ यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का विरोध करने जैसे कदम उठाए हैं। उन्होंने यूरोपीय संघ की नीतियों पर भी सवाल उठाए हैं और रूस के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की कोशिश की है। इन विरोध प्रदर्शनों ने स्लोवाकिया की आर्थिक स्थिरता, सामाजिक कल्याण और यूरोपीय संघ के भीतर तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी स्थिति पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े किए हैं। यह स्थिति देश के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, क्योंकि नागरिक अपनी सरकार की दिशा और नीतियों पर अपनी असहमति स्पष्ट रूप से व्यक्त कर रहे हैं।

स्रोतों

  • Deutsche Welle

  • Еврокомиссия сделала неутешительный прогноз для экономики Словакии

  • В 2025 году в Словакии будет самая высокая инфляция среди стран V4

  • Внутриполитическая обстановка в Республике Словакия в начале 2025 года

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