माइंडफुल ईटिंग: तनाव कम करने और कोर्टिसोल को संतुलित करने का एक सचेत तरीका

द्वारा संपादित: Olga Samsonova

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गया है, जिसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। कोर्टिसोल, जिसे अक्सर 'स्ट्रेस हार्मोन' कहा जाता है, का उच्च स्तर कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। ऐसे में, माइंडफुल ईटिंग (Mindful Eating) एक प्रभावी तरीका बनकर उभर रहा है, जो न केवल भोजन के साथ हमारे रिश्ते को सुधारता है, बल्कि कोर्टिसोल के स्तर को संतुलित करने में भी मदद करता है।

माइंडफुल ईटिंग का अर्थ है भोजन करते समय पूरी तरह से वर्तमान क्षण में उपस्थित रहना। इसमें भोजन के स्वाद, बनावट, सुगंध और रंग पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है, साथ ही अपने शरीर की भूख और तृप्ति के संकेतों को समझना भी महत्वपूर्ण है। यह अभ्यास हमें भोजन के साथ एक गहरा संबंध बनाने और उसे अधिक सचेत रूप से ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करता है। शोध बताते हैं कि माइंडफुलनेस-आधारित हस्तक्षेप, विशेष रूप से जो तनावपूर्ण खाने की आदतों को लक्षित करते हैं, कोर्टिसोल के स्तर को कम करने और संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों को घटाने में सहायक हो सकते हैं।

इस अभ्यास को अपनाने के लिए, भोजन करते समय सभी विकर्षणों को दूर करना महत्वपूर्ण है। धीरे-धीरे खाएं, अपने भोजन के हर निवाले का आनंद लें और अपने शरीर की सुनें। अपने भोजन के रंग, गंध और बनावट पर ध्यान दें। यह सचेत दृष्टिकोण न केवल पाचन में सुधार करता है, बल्कि तनाव से जुड़ी हार्मोनल स्पाइक्स को कम करने में भी योगदान देता है। कई अध्ययनों ने तनाव प्रबंधन में माइंडफुलनेस की भूमिका पर प्रकाश डाला है। यह पाया गया है कि माइंडफुलनेस प्रशिक्षण मनोवैज्ञानिक तनाव को कम कर सकता है और समग्र कल्याण को बढ़ा सकता है। शोध से पता चलता है कि नियमित ध्यान कोर्टिसोल के स्तर को 20-30% तक कम कर सकता है। ध्यान तनाव के स्तर को भी 25% तक कम करने में मदद करता है।

इसके अतिरिक्त, कुछ फल जैसे जामुन, केला, पपीता, स्ट्रॉबेरी और अमरूद में एंटीऑक्सीडेंट और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो कोर्टिसोल के स्तर को प्राकृतिक रूप से कम करने में मदद कर सकते हैं। माइंडफुल ईटिंग केवल भोजन के बारे में नहीं है; यह अपने शरीर के साथ एक स्वस्थ और अधिक जागरूक संबंध विकसित करने के बारे में है। यह हमें सिखाता है कि कब खाना है, कितना खाना है और क्यों खाना है। इस सचेत दृष्टिकोण को अपनाकर, हम न केवल अपने कोर्टिसोल के स्तर को प्रबंधित कर सकते हैं, बल्कि अपने समग्र स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकते हैं। यह एक सरल लेकिन शक्तिशाली अभ्यास है जो हमें अपने शरीर की ज़रूरतों के प्रति अधिक संवेदनशील बनने और एक संतुलित जीवन जीने में मदद करता है।

स्रोतों

  • British Vogue

  • Psychology Today

  • PubMed Central

  • Unbusy Mind

  • World Beer Festival

  • Mindfulness and Health Institute

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