अक्सर लोग खाने की चीजों पर लिखी एक्सपायरी डेट को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं। जैसे ही कोई प्रोडक्ट अपनी एक्सपायरी डेट के करीब पहुंचता है, उसे इस्तेमाल करने से कतराने लगते हैं और अक्सर फेंक देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई ऐसी चीजें हैं जो एक्सपायरी डेट के करीब आने पर भी पूरी तरह से सुरक्षित और खाने योग्य होती हैं? इन चीजों को सही तरीके से स्टोर करने पर ये सालों साल भी खराब नहीं होतीं।
नमक, चीनी और शहद कभी खराब नहीं होते। नमक, जिसे सोडियम क्लोराइड कहते हैं, रासायनिक रूप से बहुत स्थिर होता है। इसमें नमी की कमी के कारण बैक्टीरिया या फंगस पनप नहीं पाते, इसलिए यह कभी खराब नहीं होता। अगर नमक में नमी आ जाए या उसका रंग बदल जाए, तो यह खराब होने का संकेत हो सकता है, लेकिन शुद्ध नमक हमेशा सुरक्षित रहता है। चीनी भी एक ऐसी चीज है जो सही तरीके से स्टोर करने पर सालों साल चलती है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अनुसार, चीनी को दो साल से ज़्यादा पुराना नहीं बेचा जा सकता, लेकिन अगर इसे सूखी और हवा-बंद जगह पर रखा जाए तो यह खराब नहीं होती। नमी के कारण इसमें गांठें पड़ सकती हैं या रंग बदल सकता है, पर यह खाने योग्य बनी रहती है। शुद्ध शहद अपनी कम नमी और उच्च अम्लता के कारण कभी खराब नहीं होता। इसमें ऐसे प्राकृतिक तत्व होते हैं जो बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं। हजारों साल पुराने मिस्र के मकबरों में भी शहद अच्छी अवस्था में मिला है। समय के साथ यह जम सकता है या इसका रंग बदल सकता है, लेकिन यह खाने के लिए पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
इन चीजों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए सही स्टोरेज बहुत महत्वपूर्ण है। नमक और चीनी को नमी से दूर, एयर-टाइट कंटेनर में रखना चाहिए। शहद को भी कसकर बंद डिब्बे में कमरे के तापमान पर, सूखी जगह पर रखना सबसे अच्छा है। एफएसएसएआई जैसे नियामक निकायों द्वारा पैकेज्ड खाद्य पदार्थों पर एक्सपायरी डेट का उल्लेख अनिवार्य है, भले ही कुछ उत्पाद स्वाभाविक रूप से लंबे समय तक चलने वाले हों। यह उपभोक्ताओं को गुणवत्ता और सुरक्षा के बारे में एक सामान्य दिशानिर्देश देने के लिए होता है। हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि एक्सपायरी डेट के करीब आने का मतलब यह नहीं है कि उत्पाद तुरंत खराब हो गया है। हमेशा उत्पाद की बनावट, गंध और रंग की जांच करके ही उसका उपयोग करें। इस तरह, हम न केवल पैसे बचा सकते हैं, बल्कि भोजन की बर्बादी को भी कम कर सकते हैं।