रासायनिक उर्वरकों पर निर्भर रहने के बजाय, अपने बगीचे को हरा-भरा और स्वस्थ रखने के लिए आप घर पर ही मौजूद सामग्री से एक बेहतरीन जैविक खाद बना सकते हैं। केले के छिलके और इस्तेमाल किए हुए कॉफी ग्राउंड, ये दोनों ही चीजें पौधों के लिए पोषक तत्वों का खजाना हैं। केले के छिलके पौधों के लिए पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो जड़ों के विकास, तनों को मजबूती देने और फूलों व फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसमें फास्फोरस, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। केले के छिलकों से बनी खाद विशेष रूप से टमाटर, मिर्च और खीरे जैसे पौधों के लिए फायदेमंद होती है, क्योंकि यह फलों के उत्पादन को बढ़ाती है।
इसी तरह, इस्तेमाल किए हुए कॉफी ग्राउंड भी पौधों के लिए बहुत लाभकारी होते हैं। इनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों को हरा-भरा रखने और उनकी वृद्धि को तेज करने में सहायक होते हैं। कॉफी ग्राउंड मिट्टी की जल धारण क्षमता को भी बढ़ाते हैं और खरपतवारों को रोकने में मदद करते हैं। कुछ पौधों, जैसे गुलाब और हाइड्रेंजिया, जिन्हें थोड़ी अम्लीय मिट्टी पसंद होती है, उन्हें कॉफी ग्राउंड से विशेष लाभ मिलता है।
खाद बनाने की एक सरल विधि यह है कि आप केले के छिलकों और कॉफी ग्राउंड को पानी में भिगोकर एक पोषक तत्व युक्त घोल तैयार करें। चार केले के छिलकों और लगभग तीन छोटे चम्मच इस्तेमाल किए हुए कॉफी ग्राउंड को एक बर्तन में पानी के साथ 24 घंटे के लिए भिगो दें। इसके बाद, इस मिश्रण को छान लें और प्राप्त तरल को सीधे पौधों की मिट्टी में डालें।
इस घर की बनी खाद का प्रयोग आप महीने में एक बार, खासकर बढ़ते मौसम के दौरान, अपने पौधों को पोषण देने के लिए कर सकते हैं। यह विधि न केवल आपके बगीचे को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है, बल्कि यह रसोई के कचरे को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका भी है। इस तरह, आप अपने पौधों को स्वस्थ रख सकते हैं और साथ ही प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभा सकते हैं।