साल 2025 में, फर्मेंटेड (किण्वित) खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य और कल्याण के क्षेत्र में एक प्रमुख चलन के रूप में उभर रहे हैं। यह प्रक्रिया, जिसमें लाभकारी बैक्टीरिया का उपयोग करके भोजन को पचाने में आसान और प्रोबायोटिक-समृद्ध बनाया जाता है, लोगों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है। ये प्रोबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और यहां तक कि मानसिक कल्याण को भी बढ़ावा देने में सहायक होते हैं।
इस वर्ष फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों में नवाचार और उत्पादों की विविधता में वृद्धि देखी जा रही है। उपभोक्ता स्वस्थ और पर्यावरण के अनुकूल खान-पान की आदतों के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं, जिससे फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ एक शीर्ष विकल्प बन गए हैं। वैश्विक स्तर पर, फर्मेंटेड खाद्य और पेय बाजार 2025 में लगभग 258.97 बिलियन अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान है और 2034 तक 4.80% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ 394.91 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। किमची, कोम्बुचा, टेम्पेह, केफिर, मिसो, दही, अचार, नट्टो और पनीर जैसे प्रमुख फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। प्रत्येक अपने अनूठे लाभ प्रदान करता है, जैसे आंत माइक्रोबायोम की विविधता का समर्थन करना, पाचन में सहायता करना, और विटामिन K2 और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करना।
आंत और मस्तिष्क के बीच गहरा संबंध है, और फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ इस संबंध को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आंत में मौजूद बैक्टीरिया मूड को नियंत्रित करने वाले सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन करते हैं। एक स्वस्थ आंत, बेहतर मूड और संज्ञानात्मक कार्य से जुड़ी है, जबकि आंत में असंतुलन चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों में मौजूद प्रोबायोटिक्स आंत के वातावरण को संतुलित करने में मदद करते हैं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
2025 में, फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों का चलन केवल पारंपरिक उत्पादों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह अप्रत्याशित श्रेणियों में भी अपनी जगह बनाएगा। इसमें फिजी प्रोबायोटिक सोडा से लेकर सॉस और मैरिनेड में गहराई जोड़ने वाले फर्मेंटेड चिली पेस्ट शामिल हैं। शेफ और खाद्य ब्रांड प्लांट-आधारित व्यंजनों में उमामी स्वाद बढ़ाने के लिए किण्वन तकनीकों का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे मांस-मुक्त मेनू में और भी अधिक जटिलता आ रही है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी फर्मेंटेड खाद्य पदार्थ प्रोबायोटिक्स का अच्छा स्रोत नहीं होते हैं। पाश्चराइजेशन जैसी प्रक्रियाएं लाभकारी बैक्टीरिया को मार सकती हैं। इसलिए, 'लाइव और एक्टिव कल्चर' जैसे लेबल वाले उत्पादों को चुनना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, कुछ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों वाले लोगों या कुछ दवाएं लेने वालों को अपने आहार में फर्मेंटेड खाद्य पदार्थों को शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।