एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि कान के एक्यूपंक्चर (auricular acupuncture) बार-बार होने वाले तनाव सिरदर्द के इलाज में काफी प्रभावी हो सकता है। यह शोध, जो अगस्त 2025 में बीएमसी कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन एंड थेरेपीज (BMC Complementary Medicine and Therapies) में प्रकाशित हुआ, इस प्राचीन चीनी पद्धति की क्षमता को उजागर करता है।
इस अध्ययन में, 80 ऐसे प्रतिभागियों को शामिल किया गया जो बार-बार होने वाले तनाव सिरदर्द से पीड़ित थे। उन्हें चार सप्ताह तक या तो कान के एक्यूपंक्चर या नकली एक्यूपंक्चर (sham acupuncture) का उपचार दिया गया, जिसके बाद 24 सप्ताह तक उनकी निगरानी की गई। परिणामों से पता चला कि जिन लोगों को कान का एक्यूपंक्चर मिला, उनमें सिरदर्द की गंभीरता में उल्लेखनीय कमी आई। इसके साथ ही, उनमें चिंता और अवसाद के स्तर में भी कमी देखी गई, और मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में वृद्धि हुई।
विज़ुअल एनालॉग स्केल (VAS) पर सिरदर्द की गंभीरता को मापने पर, उपचार समूह में 24 घंटे बाद स्कोर 2 था, जबकि नियंत्रण समूह में यह 3 था (P < 0.001)। चार सप्ताह के बाद, सिरदर्द सूचकांक (headache index) उपचार समूह में 4 था, जबकि नियंत्रण समूह में 7 था (P = 0.016)। इसके अतिरिक्त, हैमिल्टन चिंता पैमाने (HAMA) और हैमिल्टन अवसाद पैमाने (HAMD) के स्कोर में भी उपचार समूह में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया। मस्तिष्क की धमनियों, जैसे कि एंटीरियर सेरेब्रल आर्टरी (ACA) और पोस्टीरियर सेरेब्रल आर्टरी (PCA) में रक्त प्रवाह वेग में भी चार सप्ताह के बाद वृद्धि पाई गई (P < 0.001)।
इस अध्ययन के लेखकों, जिनमें जिन, एक्स., जू, जेड., गाओ, टी., एट अल. शामिल हैं, का मानना है कि कान का एक्यूपंक्चर पारंपरिक दवाइयों के साथ एक सहायक उपचार के रूप में काम कर सकता है। यह उन लोगों के लिए एक आशाजनक विकल्प प्रदान करता है जो बार-बार होने वाले तनाव सिरदर्द से जूझ रहे हैं। यह शोध इस बात पर भी जोर देता है कि इस पद्धति की दीर्घकालिक प्रभावशीलता को समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
तनाव सिरदर्द एक आम समस्या है, और लोग अक्सर इससे राहत पाने के लिए विभिन्न तरीकों की तलाश करते हैं। ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाओं के अलावा, योग, ध्यान, और मालिश जैसी गैर-औषधीय विधियां भी राहत प्रदान कर सकती हैं। हाल के वर्षों में, एक्यूपंक्चर और विशेष रूप से कान का एक्यूपंक्चर, अपनी समग्र प्रभावशीलता और कम दुष्प्रभावों के कारण ध्यान आकर्षित कर रहा है। यह विधि शरीर के विशिष्ट बिंदुओं को उत्तेजित करके प्राकृतिक उपचार को बढ़ावा देती है, जिससे दर्द से राहत मिलती है और शरीर का संतुलन बना रहता है। यह दृष्टिकोण न केवल लक्षणों को कम करता है, बल्कि शरीर की आंतरिक उपचार क्षमताओं को भी सक्रिय करता है, जिससे व्यक्ति को एक गहरा और स्थायी आराम मिलता है।