बार्सिलोना के जीवंत ला राम्ब्ला के सांता मोनिका क्षेत्र में हालिया पुरातात्विक खुदाई ने एक महत्वपूर्ण 14वीं सदी की रक्षात्मक दीवार का खुलासा किया है। लगभग 44.88 मीटर लंबी यह दीवार, जो 2.9 मीटर तक चौड़ी है, शहर के मध्ययुगीन अतीत की एक अनूठी झलक प्रदान करती है। इस खोज का नेतृत्व पुरातत्वविद् इरेन क्रूज़ ने किया और यह BIMSA द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है।
यह दीवार एक व्यापक रक्षा प्रणाली का हिस्सा थी, जिसमें एक खाई और बाढ़ से बचाव के लिए सुदृढीकरण शामिल था। दिलचस्प बात यह है कि दीवार के भीतरी हिस्से में एक छोटे गधे के अवशेष मिले हैं, जो कांस्य की सुइयों से घिरा हुआ था। यह खोज मध्ययुगीन काल के दैनिक जीवन में एक अनूठी अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त, एक अर्ध-वृत्ताकार पत्थर और मोर्टार संरचना भी पाई गई है, जो संभवतः 1774 और 1823 के बीच की है, जो ला राम्ब्ला की शुरुआत और क्षेत्र के ऐतिहासिक विकास का प्रतीक है।
यह पुरातात्विक कार्य ला राम्ब्ला पर एक बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसके तहत पहले भी बार्सिलोना के एस्टुडी जनरल और 18वीं सदी की जल अवसंरचना जैसी महत्वपूर्ण खोजें हो चुकी हैं। वर्तमान खुदाई का लक्ष्य लगभग 100 मीटर की मध्ययुगीन दीवार का दस्तावेजीकरण करना है। अगले दो महीनों में, टीम दीवार के लगभग 50 मीटर और दस्तावेजीकरण करने की उम्मीद करती है। इन खोजों के बाद, स्थलों को फिर से ढक दिया जाएगा ताकि पैदल चलने वालों के लिए पहुंच बहाल की जा सके।
यह दीवार, जो 14वीं सदी के मध्य में बनाई गई थी और उसी सदी के अंत तक रावल की दीवार बनने तक सक्रिय रही, बार्सिलोना के रक्षात्मक विकास और वास्तुकला के विकास को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। यह खोज न केवल शहर की रक्षात्मक संरचनाओं पर प्रकाश डालती है, बल्कि उस समय के निवासियों के जीवन के बारे में भी बहुमूल्य जानकारी प्रदान करती है। यह पुरातात्विक प्रयास बार्सिलोना के समृद्ध इतिहास की परतों को उजागर करता है, जो आधुनिक शहर के नीचे दबी हुई हैं, और हमें अतीत से जोड़ती है।