ऑस्ट्रिया के रेचनिट्ज़ के पास पुरातत्वविदों ने 6,500 साल से अधिक पुरानी विशालकाय खाइयाँ खोजी हैं, जो स्टोनहेंज और गीज़ा के पिरामिडों से भी पुरानी हैं। ये खोजें आर्कियोलॉजी बर्गेनलैंड के निदेशक निकोलस फ्रांज के नेतृत्व में हुई खुदाई के दौरान की गईं। ये संरचनाएँ, जिन्हें जर्मन में Kreisgrabenanlagen कहा जाता है, मध्य नवपाषाण काल (लगभग 4850 से 4500 ईसा पूर्व) के दौरान बनाई गई थीं। ये खोजें यूरोप में प्रारंभिक कृषि समुदायों की सामाजिक और सांस्कृतिक जटिलता को दर्शाती हैं। रेचनिट्ज़ में मिली ये संरचनाएँ ऑस्ट्रिया और हंगरी से लेकर जर्मनी, चेक गणराज्य और स्लोवाकिया तक फैले इसी तरह के ढाँचों के एक व्यापक नेटवर्क का हिस्सा हैं, रेचनिट्ज़ स्थल पर चार विशाल गोलाकार घेरे मिले हैं, जिनमें से तीन को Kreisgrabenanlagen के रूप में पहचाना गया है। इन तीन Kreisgrabenanlagen में से प्रत्येक का व्यास 100 मीटर से अधिक है। ये संरचनाएँ संभवतः सामुदायिक समारोहों, अनुष्ठानों या खगोलीय प्रेक्षणों के लिए उपयोग की जाती थीं, जो उस समय के लोगों की उन्नत समझ का प्रमाण हैं।
इन खाइयों के पास लकड़ी के खंभों के निशान, मिट्टी के बर्तन के टुकड़े और गड्ढे भी मिले हैं, जो उस काल की बस्तियों के बारे में जानकारी देते हैं। इन खाइयों की निकटता रेचनिट्ज़ को मध्य नवपाषाण काल के दौरान एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय केंद्र के रूप में स्थापित करती है। यह खोज मध्य यूरोप में नवपाषाणकालीन वास्तुकला के शुरुआती उदाहरणों में से एक है। इस पुरातात्विक स्थल पर दो नवपाषाणकालीन बस्तियों के अवशेष भी मिले हैं। एक बस्ती प्रारंभिक नवपाषाण काल की है, जो कृषि जीवन शैली में बदलाव को दर्शाती है, जबकि दूसरी मध्य नवपाषाण काल की है और खाइयाँ बनने के समय की है।
इन बस्तियों से मिले पुरावशेष, जैसे कि गड्ढे, खंभों के निशान और मिट्टी के बर्तन के टुकड़े, उस समय के दैनिक जीवन और सामाजिक प्रथाओं पर प्रकाश डालते हैं। यह दर्शाता है कि कैसे नवपाषाणकालीन समुदायों ने शिकार और संग्रहण से हटकर स्थायी कृषि बस्तियों की स्थापना की। इसका उद्देश्य स्थल के महत्व को और अधिक समझना और इसे जनता के लिए सुलभ बनाना है।
रेचनिट्ज़ में एक पुरातात्विक आगंतुक केंद्र और एक ओपन-एयर स्टोन एज विलेज बनाने की योजना है। यह परियोजना सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देगी और आगंतुकों को यूरोप के प्रागैतिहासिक अतीत से जोड़ेगी। वियना विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे मिट्टी के नमूनों का विश्लेषण हजारों साल पहले इस क्षेत्र में कृषि परिदृश्यों के विकास को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा। यह खोज नवपाषाणकालीन समुदायों की वास्तुकला और सामाजिक प्रगति को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। यह रेचनिट्ज़ स्थल को मध्य नवपाषाण काल के दौरान एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय केंद्र के रूप में स्थापित करती है, जो प्रारंभिक यूरोपीय समाजों के संगठन और पर्यावरण के साथ उनके संबंध को समझने में मदद करती है। यह क्षेत्र उस समय के लोगों के लिए कृषि और पशुपालन की सांस्कृतिक तकनीकों को स्थापित करने के लिए एक अनुकूल स्थान था। मध्य यूरोप में, मुख्य रूप से एल्बे और डेन्यूब नदी घाटियों में, 120 से अधिक ऐसी प्राचीन गोलाकार प्रणालियाँ पाई गई हैं।