अर्जेंटीना के एस्टेरोस डेल इबेरा क्षेत्र से दो युवा मैनड वुल्फ शावकों, कुराही और जासी, को बचाया गया था जब वे मात्र 45 दिन की आयु में अनाथ हो गए थे। यह घटना दक्षिण अमेरिका के सबसे बड़े कैनाइन, इस कमजोर प्रजाति के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ प्रस्तुत करती है। इन शावकों का गहन देखभाल के माध्यम से पुनर्वास किया जा रहा है, जो उनके भविष्य के लिए एक आशा की किरण है।
शुरुआत में, इन शावकों को अगुआर संरक्षण केंद्र में उपचार मिला, जिसके बाद उन्हें एस्कोबार स्थित टेमाइकेन फाउंडेशन के रिकवरी सेंटर में स्थानांतरित किया गया। पशु चिकित्सा जांचों के एक भाग के रूप में, उनके स्वास्थ्य की पुष्टि के लिए माइक्रोचिपिंग की गई। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि ये जीव जंगली जीवन के लिए पूरी तरह से तैयार हों। सकारात्मक संकेत यह है कि कुराही और जासी प्राकृतिक व्यवहार प्रदर्शित कर रहे हैं, जैसे कि खेलना और आश्रय खोजना, जो उनके सफल पुन: परिचय की संभावना को दर्शाता है।
भविष्य में, उनके जंगल में लौटने के बाद उनकी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए उन्हें जीपीएस सैटेलाइट कॉलर लगाए जाएंगे। यह निगरानी डेटा संरक्षण प्रयासों की प्रभावशीलता को समझने में सहायक होगा। मैनड वुल्फ, जिसका वैज्ञानिक नाम क्राइसोसायन ब्रैच्युरस है, आवास की हानि और अवैध शिकार जैसे खतरों का सामना कर रहा है। शोध बताते हैं कि कृषि विस्तार, विशेष रूप से सोयाबीन और गन्ना की खेती के लिए भूमि रूपांतरण, उनके आवास को नष्ट और खंडित कर रहा है। उदाहरण के लिए, सेराडो बायोम में 2013 और 2015 के बीच अनुमानित 18,962 वर्ग किलोमीटर भूमि का नुकसान हुआ, जो इस प्रजाति के लिए एक गंभीर चुनौती है।
रीवाइल्डिंग अर्जेंटीना और फंडासियन टेमाइकेन जैसे संस्थानों के बीच समन्वित बचाव कार्य अंतर-संस्थागत सहयोग के महत्व को रेखांकित करता है। यह सहयोग दर्शाता है कि जब विभिन्न समूह एक साझा उद्देश्य के लिए एकजुट होते हैं, तो जीवन के प्रवाह को बनाए रखने के लिए आवश्यक समर्थन प्रदान किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, घरेलू कुत्तों से बीमारियों का संचरण भी एक बड़ा खतरा है, जिससे जंगली आबादी पर विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि आईयूसीएन (IUCN) मैनड वुल्फ को 'निकट संकटग्रस्त' (Near Threatened) मानता है, ब्राजील की रेड लिस्ट इसे 'विलुप्तप्राय' (Vulnerable) मानती है, जो संरक्षण की तात्कालिकता को दर्शाता है। इन शावकों का सफल पुनर्वास सामूहिक जिम्मेदारी के महत्व को उजागर करता है।