तुर्की और जॉर्जिया के नेताओं ने अंकारा में क्षेत्रीय शांति और सहयोग पर चर्चा की

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और जॉर्जिया के राष्ट्रपति मिखाइल कवेलाश्विली ने 12 अगस्त, 2025 को अंकारा में मुलाकात की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय शांति और सहयोग को बढ़ावा देना तथा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना था। दोनों नेताओं ने यूक्रेन में जारी युद्ध और गाजा में मानवीय संकट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। राष्ट्रपति एर्दोगन और कवेलाश्विली ने विदेश नीति और सुरक्षा के लिए त्रिपक्षीय तंत्र के महत्व पर जोर दिया और भविष्य में संसदीय अध्यक्षों की बैठक आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की, जैसे ही उनके संबंधित विधानमंडल फिर से बैठेंगे। यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता और सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

राष्ट्रपति एर्दोगन ने अहिसका तुर्कों की उनकी मातृभूमि में गरिमापूर्ण और सुरक्षित वापसी के लिए तुर्की के निरंतर समर्थन को दोहराया। अहिसका तुर्क, जिन्हें 1944 में सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन द्वारा जॉर्जिया के मेस्खेती क्षेत्र से निर्वासित किया गया था, अपनी जड़ों की ओर लौटने के लिए प्रयासरत हैं। तुर्की ने इस प्रक्रिया में सहायता के लिए विभिन्न परियोजनाओं का समर्थन किया है, जिसमें नागरिकता और निवास परमिट प्रदान करना भी शामिल है। यह बैठक तुर्की और जॉर्जिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय चुनौतियों का मिलकर सामना करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध भी मजबूत हैं, जिसका लक्ष्य 5 बिलियन डॉलर तक पहुंचना है। बाकू-तिब्लिसी-कार्स रेलवे जैसी संयुक्त अवसंरचना परियोजनाएं, जो मध्य गलियारे की रीढ़ मानी जाती हैं, दोनों देशों के बीच आर्थिक और परिवहन सहयोग को और बढ़ावा देती हैं। राष्ट्रपति कवेलाश्विली का यह दौरा, जो उनके राष्ट्रपति पद संभालने के बाद तुर्की की पहली आधिकारिक यात्रा थी, दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई गति प्रदान करने की उम्मीद है। जॉर्जिया के लिए तुर्की मध्य एशिया का एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार बना हुआ है, जबकि तुर्की जॉर्जिया के यूरो-अटलांटिक संस्थानों के साथ एकीकरण का समर्थन करता है। यह सहयोग न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करता है बल्कि दक्षिण काकेशस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

स्रोतों

  • Daily Sabah

  • Ex-Manchester City striker turned populist picked for Georgia presidency

  • Prime Minister Pashinyan and Mikheil Kavelashvili discuss issues related to consistent development of Armenia-Georgia cooperation

  • New Georgian president Mikheil Kavelashvili sworn in, protests sparked

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