स्वीडन ने यूक्रेन को दो साल की अवधि में 70 अरब स्वीडिश क्रोनर (लगभग 7.47 अरब अमेरिकी डॉलर) की अतिरिक्त सैन्य सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता मुख्य रूप से तोपखाने, वायु रक्षा प्रणाली और छोटे लड़ाकू जहाजों की खरीद पर केंद्रित होगी। स्वीडन के रक्षा मंत्री पॉल जॉनसन ने 11 सितंबर, 2025 को इस महत्वपूर्ण पैकेज की घोषणा की। यह सहायता यूक्रेन के रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की स्वीडन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह नया सहायता पैकेज यूक्रेन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दो वर्षों में फैला हुआ है, जिससे देश को अपनी रक्षा योजना में अधिक पूर्वानुमान मिल सके। इस पैकेज के माध्यम से, स्वीडन की रक्षा सामग्री प्रशासन (Swedish Defence Materiel Administration) द्वारा सैन्य उपकरणों की खरीद को वित्त पोषित किया जाएगा। इसमें विशेष रूप से आर्चर तोपखाने प्रणाली (Archer artillery systems) और वायु रक्षा प्रणालियों के साथ-साथ छोटे लड़ाकू जहाजों का अधिग्रहण शामिल है। यह पिछले 31 मार्च, 2025 को घोषित 1.6 अरब डॉलर के पैकेज के अतिरिक्त है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस सहायता को "हमारे महाद्वीप की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण योगदान" बताया है। उन्होंने कहा कि यह कदम मॉस्को और यूरोप को यूक्रेन के लचीलेपन और उसके सहयोगियों के दृढ़ संकल्प का एक स्पष्ट संकेत भेजता है। स्वीडन के रक्षा मंत्री पॉल जॉनसन ने यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं का समर्थन करने के लिए स्वीडन की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वीडन नाटो (NATO) के माध्यम से समन्वय करते हुए, पोलैंड को अनुरोध पर सैन्य संसाधन प्रदान करने के लिए तैयार है, खासकर हाल ही में पोलिश हवाई क्षेत्र में संदिग्ध रूसी ड्रोन घुसपैठ की घटना के बाद। यह घटना नाटो के सहयोगियों के बीच एकजुटता को भी उजागर करती है। यह घोषणा क्षेत्रीय तनावों के बीच स्वीडन की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। स्वीडन ने पहले भी यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान की है, जिसमें 31 मार्च, 2025 को घोषित पैकेज भी शामिल है। यह कदम उत्तरी यूरोप में स्वीडन की सक्रिय भूमिका और नाटो के भीतर उसके बढ़ते महत्व को भी दर्शाता है। यूक्रेन को इस प्रकार की निरंतर सहायता, विशेष रूप से तोपखाने और वायु रक्षा प्रणालियों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, उसके रक्षात्मक प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण है। स्वीडन का यह कदम यूक्रेन के प्रति उसके अटूट समर्थन और यूरोपीय सुरक्षा में उसके सक्रिय योगदान का प्रमाण है।