इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें गाजा पट्टी पर पूर्ण सैन्य नियंत्रण की संभावना पर चर्चा की गई। यह कदम हमास के साथ 22 महीने के संघर्ष और युद्धविराम वार्ताओं के विफल होने के बाद उठाया गया है।
नेतन्याहू ने गाजा में हमास को हराने, बंधकों को मुक्त करने और क्षेत्र को इजराइल के लिए खतरे से मुक्त करने के लक्ष्य की पुष्टि की। हालांकि, इजराइली सैन्य नेतृत्व दीर्घकालिक शासन चुनौतियों और कर्मियों की कमी के कारण पूर्ण कब्जे के बारे में हिचकिचा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने तत्काल युद्धविराम और मानवीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया है, क्योंकि गाजा में गंभीर मानवीय संकट उत्पन्न हो गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे संघर्षों के कारण इजरायल की अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। उदाहरण के लिए, 2021 में, इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के कारण इजरायल को अनुमानित 1.5 बिलियन शेकेल (लगभग 460 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का नुकसान हुआ। इसके अतिरिक्त, गाजा में चल रहे संघर्ष के कारण पर्यटन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जो इजरायली अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 2023 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, संघर्ष के कारण पर्यटन राजस्व में 20% की गिरावट आई। इन आर्थिक प्रभावों के अलावा, संघर्ष ने इजरायली समाज पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। उदाहरण के लिए, 2022 में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 70% इजरायलियों का मानना है कि संघर्ष का उनके जीवन की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। संघर्ष के कारण मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों में भी वृद्धि हुई है, जिसमें चिंता और अवसाद के मामले बढ़ रहे हैं।