जर्मनी ने लंबी दूरी के माल परिवहन के लिए हाई-पावर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। देश ने A2 मोटरवे पर इलेक्ट्रिक ट्रकों के लिए अपनी पहली सार्वजनिक मेगावाट चार्जिंग सिस्टम (MCS) स्टेशन का उद्घाटन किया है। यह पहल 'होला' (HoLa - High-Power Charging for Long-Distance Truck Transport) परियोजना का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य जर्मनी में टिकाऊ माल ढुलाई के भविष्य को आकार देना है।
यह ऐतिहासिक उद्घाटन 29 सितंबर, 2025 को बिलेफेल्ड के पास A2 मोटरवे पर लिपरलैंड सुड (Lipperland Süd) रेस्ट एरिया में हुआ। यह स्टेशन 1.2 मेगावाट (MW) चार्जिंग क्षमता से लैस है, जिसे ABB द्वारा निर्मित किया गया है और EnBW मोबिलिटी+ द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस तकनीक से इलेक्ट्रिक ट्रक लगभग 30 से 45 मिनट में सैकड़ों किलोमीटर की रेंज के लिए चार्ज हो सकते हैं, जो लंबी दूरी की यात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा है। यह पारंपरिक 400 kW क्षमता वाले CCS चार्जर की तुलना में एक बड़ी छलांग है।
होला परियोजना, जिसे संघीय परिवहन मंत्रालय (Federal Ministry of Transport) द्वारा €12 मिलियन का वित्त पोषण प्राप्त है, का लक्ष्य A2 मोटरवे के साथ पांच स्थानों पर हाई-पावर चार्जिंग हब स्थापित करना है, जिनमें से चार में MCS चार्जर शामिल होंगे। इस परियोजना में ऑटोमोटिव, ऊर्जा आपूर्ति, ग्रिड संचालन, राजमार्ग प्रबंधन और अनुसंधान क्षेत्रों के विभिन्न भागीदार शामिल हैं, जो इलेक्ट्रिक लॉजिस्टिक्स के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
प्रोफेसर पैट्रिक प्लॉट्ज़ (Fraunhofer ISI) के अनुसार, "मेगावाट चार्जिंग इलेक्ट्रिक लॉजिस्टिक्स में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। पहली बार, भारी-ड्यूटी ट्रकों को केवल 30 से 45 मिनट में सैकड़ों किलोमीटर की रेंज के लिए चार्ज किया जा सकता है; यह लंबी दूरी की ट्रकिंग के आर्थिक रूप से व्यवहार्य विद्युतीकरण के लिए एक पूर्व शर्त है।" यह विकास जर्मनी के महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य 2045 तक परिवहन क्षेत्र का डीकार्बोनाइजेशन करना है। वाणिज्यिक वाहन जर्मनी के परिवहन क्षेत्र के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का लगभग एक तिहाई हिस्सा हैं, और लंबी दूरी के डीजल ट्रकों का विद्युतीकरण इस समस्या का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस पहल से न केवल CO₂ उत्सर्जन कम होगा, बल्कि यह लॉजिस्टिक्स उद्योग में नवाचार और दक्षता को भी बढ़ावा देगा। शेल (Shell) जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की भागीदारी इस परियोजना के महत्व को और बढ़ाती है, जो तीन चार्जिंग स्थानों को संचालित करने के लिए जिम्मेदार होगा। यह कदम जर्मनी को इलेक्ट्रिक माल ढुलाई के भविष्य में एक अग्रणी के रूप में स्थापित करता है, जो अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल लॉजिस्टिक्स की ओर एक स्पष्ट मार्ग प्रशस्त करता है।