अज़रबैजान ने ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की अपनी रणनीति के तहत, बिलासुवर और नेफ़्टचाला जिलों में दो बड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण शुरू कर दिया है। यह परियोजनाएं, जो जुलाई 2025 में शुरू हुईं, अज़रबैजान के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। बिलासुवर में 445 मेगावाट का संयंत्र 1,454 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है, जबकि नेफ़्टचाला में 315 मेगावाट का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। इन दोनों परियोजनाओं में यूएई की मसर (Masdar) और अज़रबैजान की SOCAR Green भागीदार हैं। इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए यूरोपीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (EBRD), एशियाई विकास बैंक (ADB), और एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (AIIB) द्वारा संयुक्त रूप से 160 मिलियन डॉलर प्रति संस्थान के हिसाब से वित्त पोषण किया जा रहा है। इन बैंकों का यह निवेश अज़रबैजान की ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इन सौर ऊर्जा संयंत्रों से सालाना लगभग 1.7 बिलियन किलोवाट-घंटे (kWh) बिजली उत्पन्न होने का अनुमान है। बिलासुवर संयंत्र से सालाना 442,000 टन और नेफ़्टचाला संयंत्र से 314,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है। यह पहल अज़रबैजान के 2030 तक अपनी ऊर्जा का 30% नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करने के राष्ट्रीय लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इन परियोजनाओं के 2027 तक चालू होने की उम्मीद है, जो देश को पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करने और सतत क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा। यह विकास अज़रबैजान की ऊर्जा विविधता और जलवायु परिवर्तन शमन की दिशा में सक्रिय कदमों को उजागर करता है, जो वैश्विक रुझानों और टिकाऊ विकास के प्रति राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के अनुरूप है। मसर, जो पहले से ही अज़रबैजान में सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र (230 मेगावाट का गारादाग सौर संयंत्र) स्थापित कर चुका है, इस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का विस्तार कर रहा है। EBRD ने अज़रबैजान में 1.2 गीगावाट से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को वित्त पोषित किया है, जो देश के हरित अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख भागीदार के रूप में उसकी भूमिका को रेखांकित करता है। ये परियोजनाएं अज़रबैजान के ऊर्जा मिश्रण को बदलने और देश के भविष्य के ऊर्जा परिदृश्य के लिए रणनीतिक महत्व रखती हैं।