यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा है कि वे रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण समाप्त होने के बाद पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने युद्ध को समाप्त करने को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है, न कि दूसरे कार्यकाल की तलाश को। ज़ेलेंस्की ने यह भी संकेत दिया है कि यदि सुरक्षा की उचित गारंटी मिले तो वे युद्धविराम के दौरान चुनाव कराने के पक्ष में हैं।
यूक्रेनी कानून के अनुसार, देश में सैन्य कानून लागू होने के दौरान चुनाव कराना संभव नहीं है। ज़ेलेंस्की का वर्तमान कार्यकाल, जो 2019 में शुरू हुआ था, मूल रूप से मई 2024 में समाप्त होना था, लेकिन चल रहे संघर्ष के कारण इसे बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, सैन्य कानून समाप्त होने के बाद चुनाव आयोजित करने के लिए नौ से बारह महीने की तैयारी की आवश्यकता होती है। यह दर्शाता है कि शांति बहाली के बाद भी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को फिर से शुरू करने में महत्वपूर्ण समय लगेगा।
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया है कि उनका मुख्य लक्ष्य युद्ध को समाप्त करना है, न कि सत्ता में बने रहना। उन्होंने कहा कि यदि युद्ध समाप्त हो जाता है, तो वे चुनाव में भाग नहीं लेंगे। यह बयान यूक्रेन के भविष्य के नेतृत्व और देश की राजनीतिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर जब देश एक अभूतपूर्व संघर्ष का सामना कर रहा है। ज़ेलेंस्की की यह तत्परता राष्ट्रीय समाधान को व्यक्तिगत राजनीतिक महत्वाकांक्षा से ऊपर रखने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय यूक्रेन के भविष्य के नेतृत्व और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की बहाली पर बारीकी से नज़र रखे हुए है। ज़ेलेंस्की के बयान यूक्रेन के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत का संकेत देते हैं, जहाँ युद्ध की समाप्ति के बाद देश को पुनर्निर्माण और सामान्य स्थिति की ओर बढ़ने का अवसर मिलेगा। हालांकि, चुनाव कराने की प्रक्रिया में सुरक्षा संबंधी चिंताएं और लॉजिस्टिक चुनौतियां बनी रहेंगी, जैसा कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने बताया है। इन चुनौतियों के बावजूद, ज़ेलेंस्की का रुख देश में लोकतांत्रिक मूल्यों और प्रक्रियाओं को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।