16 अक्टूबर 2025 को, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और व्लादिमीर पुतिन के बीच एक लंबी टेलीफोन वार्ता हुई, जिसे अमेरिकी पक्ष ने 'अत्यंत फलदायी' बताया। लगभग ढाई घंटे तक चली यह गहन बातचीत पिछले लगभग दो महीनों में दोनों नेताओं के बीच पहली सीधी चर्चा थी। इस महत्वपूर्ण संवाद के बाद, ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर घोषणा की कि नेताओं ने एक व्यक्तिगत मुलाकात के लिए सहमति व्यक्त की है। इस बैठक का उद्देश्य स्पष्ट है: “यह देखना कि क्या हम रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे 'इस बदनामी भरे युद्ध' को समाप्त करने की दिशा में कोई ठोस कदम उठा सकते हैं।”
बातचीत का परिणाम यह रहा कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने शत्रुता को समाप्त करने पर चर्चा करने के उद्देश्य से हंगरी के बुडापेस्ट शहर में व्यक्तिगत रूप से मिलने की पारस्परिक सहमति व्यक्त की। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने तुरंत शांति वार्ता के लिए उचित, निष्पक्ष और सुरक्षित माहौल प्रदान करने की अपने देश की तत्परता जाहिर की, इसे “दुनिया के शांतिप्रिय लोगों के लिए उत्कृष्ट खबर” बताया। ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपतियों की यह व्यक्तिगत मुलाकात अगले सप्ताह उच्च-स्तरीय रूसी और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडलों की बैठक के बाद होगी, जो शिखर वार्ता की नींव रखेगी।
रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति का मुख्य तर्क यह था कि यूक्रेन में संघर्ष की समाप्ति से संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बीच सहयोग के लिए अपार संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि रूसी पक्ष शांतिपूर्ण राजनीतिक-राजनयिक समाधान में गहरी रुचि रखता है। हालांकि, इससे पहले प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने यह बयान दिया था कि विकल्पों की कमी होने पर, रूस के हितों को सुरक्षित करने के लिए विशेष सैन्य अभियान जारी रहेगा। यह विरोधाभास मॉस्को की जटिल स्थिति को दर्शाता है।
यह महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम ऐसे नाजुक समय पर उठाया गया है, क्योंकि इसके ठीक अगले दिन, यानी 17 अक्टूबर 2025 को, यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की की व्हाइट हाउस यात्रा निर्धारित है। ट्रम्प और ज़ेलेंस्की के बीच होने वाली वार्ता में पुतिन के साथ हालिया बातचीत पर चर्चा केंद्रीय बिंदु होगी। इन वार्ताओं की पृष्ठभूमि में, कीव अपनी रक्षा शक्ति को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहा है, जिसमें वाशिंगटन में अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइलों की संभावित आपूर्ति पर चर्चा भी शामिल है। संभावित आपूर्ति पर टिप्पणी करते हुए, रूसी प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कड़ी चेतावनी दी कि इसका मतलब होगा कि तनाव गुणात्मक रूप से एक नए और खतरनाक स्तर पर पहुंच जाएगा। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि रूसी संघ के सशस्त्र बलों में देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने की पर्याप्त क्षमता मौजूद है।
ट्रम्प और पुतिन के शिखर सम्मेलन की तैयारी अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच एक टेलीफोन वार्ता से शुरू होगी। इतने उच्च स्तर पर सीधे संवाद के फिर से शुरू होने का यह तथ्य ही समझौतावादी समाधान खोजने की दिशा में ध्यान केंद्रित करने का स्पष्ट संकेत देता है। यह घटनाक्रम वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को तोड़ने की उम्मीद जगाता है।