हाल ही में रूसी हवाई क्षेत्र के उल्लंघन और यूक्रेन से सटे क्षेत्रों में बढ़ते तनाव के बीच, पोलैंड ने अपनी वायु रक्षा क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है। 5 अक्टूबर, 2025 को, पोलिश सेना ने घोषणा की कि उसने अपनी वायु रक्षा तत्परता बढ़ा दी है, जिसमें पोलिश और सहयोगी विमानों को हवाई क्षेत्र की गश्त के लिए तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, जमीनी-आधारित वायु रक्षा और रडार टोही प्रणालियों को उच्चतम सतर्कता स्तर पर लाया गया है। यह कदम हालिया रूसी घुसपैठ और यूक्रेन से संबंधित चल रही सुरक्षा स्थिति की सीधी प्रतिक्रिया है।
यह घटनाक्रम नाटो (NATO) की प्रतिक्रिया का भी हिस्सा है, जिसने क्षेत्र में अपनी गश्त तेज कर दी है। नाटो के महासचिव, मार्क रूटे ने कहा कि गठबंधन ने नाटो क्षेत्र की सुरक्षा सफलतापूर्वक सुनिश्चित की है। उन्होंने गठबंधन के सदस्यों से वायु और मिसाइल रक्षा प्रणालियों में 400% की वृद्धि करने का आग्रह किया है। नाटो की एयर पुलिसिंग मिशन, जो 2014 में क्रीमिया के अवैध विलय के बाद से मजबूत की गई है, अब पूर्वी सीमाओं पर अतिरिक्त संपत्तियों के साथ और अधिक मजबूत हो गई है।
पोलैंड की सीमा यूक्रेन से लगभग 530 किलोमीटर (329 मील) तक लगती है, जो इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु बनाती है। 9 सितंबर, 2025 को, लगभग 20 रूसी ड्रोन पोलिश हवाई क्षेत्र में घुस गए थे, जिसके कारण पोलिश और नाटो विमानों को सक्रिय किया गया था। इस घटना के दौरान कई ड्रोन मार गिराए गए, मुख्य रूप से नीदरलैंड वायु सेना द्वारा। इस घटना को एक बड़ी उकसावे की कार्रवाई के रूप में देखा गया, और पोलैंड ने नाटो संधि के अनुच्छेद 4 के तहत परामर्श का अनुरोध किया, जो सदस्य राज्यों के बीच आपातकालीन चर्चाओं को ट्रिगर करता है। इस घटना के जवाब में, नाटो ने ऑपरेशन ईस्टर्न सेंट्री (Operation Eastern Sentry) लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य गठबंधन के पूर्वी हिस्से की सुरक्षा को मजबूत करना है।
पोलैंड अपनी वायु रक्षा को मजबूत करने के लिए पैट्रियट (Patriot) मिसाइल सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों को एकीकृत कर रहा है। इस क्षेत्र में रूसी हवाई क्षेत्र के उल्लंघन की बढ़ती आवृत्ति और गंभीरता ने पूर्वी यूरोप में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। खतरों को दूर करने के ऑपरेशन में नीदरलैंड के F-35 लड़ाकू विमान, इतालवी AWACS विमान और नाटो के बहुउद्देश्यीय टैंकर विमान शामिल थे। जर्मनी ने अपनी पैट्रियट वायु रक्षा प्रणाली प्रदान की। यह समन्वित प्रतिक्रिया रूस को एक स्पष्ट संकेत भेजती है कि नाटो अपने सदस्य देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।