15 सितंबर, 2025 को, इजरायली सेना ने गाजा सिटी में एक बड़ा जमीनी अभियान शुरू किया। इस कार्रवाई में भारी हवाई हमले और टैंकों का शहर में प्रवेश शामिल था। हमास के खात्मे के उद्देश्य से की गई इस कार्रवाई ने शेष बंधकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं, जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज हो गई हैं।
इजरायली सेना ने गाजा सिटी में जमीनी हमला शुरू किया, जिसके पहले भीषण हवाई हमले और तोपखाने की गोलाबारी हुई। सेना के अनुसार, इन हमलों में हमास के आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जा रही 50 से अधिक ऊंची इमारतें नष्ट कर दी गईं। फिलिस्तीनी सूत्रों ने इजरायली टैंकों के शहर में प्रवेश करने की सूचना दी। यह अभियान उत्तरी गाजा में पिछले दो वर्षों में सबसे बड़े पैमाने पर हुआ है, और इजरायली अधिकारियों ने इन रिपोर्टों की पुष्टि की है। हफ्तों की तैयारी में बड़े पैमाने पर इमारतों का विध्वंस शामिल था। नागरिकों को बार-बार शहर खाली करने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन बड़ी संख्या में लोग वहीं रुके रहे। रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 700,000 लोग अभी भी गाजा सिटी में थे, जबकि 300,000 से अधिक नागरिक पहले ही दक्षिण की ओर जा चुके थे।
बंधकों के परिवारों ने गाजा सिटी पर हमले को शेष लगभग 20 बंधकों के लिए मौत की सजा के रूप में देखा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यह रात उनके लिए आखिरी हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हमास के आतंकवादियों के कृत्यों की निंदा की और सभी बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि हमास बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की रिपोर्ट सच साबित होती है, तो "सभी दांव खत्म हो जाएंगे"।
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। रुबियो ने कहा कि हमास को "शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले एक सशस्त्र तत्व के रूप में अस्तित्व समाप्त करना होगा"। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है। वहीं, कतर में एक शिखर सम्मेलन में अरब और इस्लामी देशों के नेताओं ने इजरायल के हालिया हमलों की निंदा की और कतर के साथ एकजुटता व्यक्त की। हालांकि, इन देशों के बीच मतभेदों के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी।
यह अभियान आज की तारीख में अत्यधिक प्रासंगिक है क्योंकि इसमें नागरिकों के जीवन को तत्काल खतरा है, बंधक संकट जारी है, और संयुक्त राज्य अमेरिका तथा अरब राष्ट्रों जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल हैं, जो क्षेत्र की अस्थिर भू-राजनीतिक स्थिति को उजागर करता है। हफ्तों की तैयारी में इमारतों का व्यापक विनाश और नागरिकों को निकालने के आह्वान शामिल थे। हमास द्वारा बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने के कथित आरोपों ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।