दक्षिण चीन सागर में समुद्री टकराव और क्षेत्रीय विवादों की घटनाओं ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है। 13 अगस्त, 2025 को, चीन के दक्षिणी थिएटर कमांड ने घोषणा की कि उसने अमेरिकी नौसेना के विध्वंसक यूएसएस हिगिंस को स्कारबोरो शोल के पास के जल क्षेत्र से खदेड़ दिया। चीन का दावा है कि अमेरिकी जहाज ने बिना सरकारी अनुमति के चीनी जल क्षेत्र में प्रवेश किया था। इसके समानांतर, 12 अगस्त, 2025 को फिलीपींस ने आरोप लगाया कि स्कारबोरो शोल के पास चीनी नौसेना और तटरक्षक जहाजों के बीच एक टक्कर हुई। यह घटना तब हुई जब चीनी जहाज फिलीपीन के जहाजों और मछुआरों को उस क्षेत्र से निकालने का प्रयास कर रहे थे। फिलीपीन के रक्षा मंत्रालय ने चीनी जहाजों के "खतरनाक युद्धाभ्यास और अवैध हस्तक्षेप" की निंदा की, जिसके परिणामस्वरूप चीनी जहाजों को नुकसान हुआ और संभवतः चोटें भी आईं। फिलीपींस ने रेडियो के माध्यम से चिकित्सा सहायता की पेशकश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
स्कारबोरो शोल, जिसे फिलीपींस में बाजो डी मासिनलोक और चीन में हुआंगयान द्वीप के नाम से जाना जाता है, दक्षिण चीन सागर में एक महत्वपूर्ण और विवादित क्षेत्र है। चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, जो अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानून के विपरीत है और कई पड़ोसी देशों के साथ विवाद का कारण है। यह क्षेत्र वैश्विक व्यापार और सुरक्षा के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। चीन के दक्षिणी थिएटर कमांड के प्रवक्ता, सीनियर कर्नल हे तिएचेंग ने कहा कि यूएसएस हिगिंस ने 13 अगस्त, 2025 को स्कारबोरो शोल के पास के जल क्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश किया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि चीनी नौसेना ने कानूनों और विनियमों के अनुसार जहाज को ट्रैक किया, निगरानी की, चेतावनी दी और उसे बाहर निकाला। उन्होंने अमेरिकी कार्रवाई को चीन की संप्रभुता का उल्लंघन और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बताया। दूसरी ओर, फिलीपीन के सैन्य अधिकारियों ने इस घटना को चीनी जहाजों की "लापरवाह" नीति का परिणाम बताया। फिलीपीन के तटरक्षक बल के प्रवक्ता, कमोडोर जय तारिएला ने कहा कि चीनी तटरक्षक पोत 3104, जो फिलीपीन के गश्ती पोत बीआरपी सुलुआन का पीछा कर रहा था, ने एक खतरनाक युद्धाभ्यास किया जिसके कारण पीएलए नौसेना के युद्धपोत से टक्कर हो गई। इस टक्कर से चीनी जहाज को काफी नुकसान हुआ। फिलीपींस ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों का पालन करने का आग्रह किया है। यह घटनाएं दक्षिण चीन सागर में बढ़ते क्षेत्रीय विवादों और समुद्री तनाव को दर्शाती हैं।