यूके के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति की ओर बढ़ने के व्यापक प्रयासों के बीच, यूके पावर नेटवर्क्स (UK Power Networks) एक अभूतपूर्व परियोजना, हीटहब (HeatHub), को आगे बढ़ा रहा है। यह पहल थर्मिफाई (Thermify) नामक स्टार्टअप के साथ साझेदारी में विकसित की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य पारंपरिक घरेलू भट्टियों को कॉम्पैक्ट कंप्यूटिंग उपकरणों से बदलना है, जो क्लाउड सेवाओं के लिए डेटा प्रोसेसिंग के दौरान गर्मी उत्पन्न करते हैं। यह एक नवीन समाधान है जो ऊर्जा दक्षता और हीटिंग आवश्यकताओं को एक साथ जोड़ता है।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना का पायलट चरण, जिसे शील्ड (SHIELD - Smart Heat and Intelligent Energy in Low-income Districts) के नाम से जाना जाता है, अक्टूबर 2025 में शुरू हुआ था। इस चरण में पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी इंग्लैंड के 300 घरों को शामिल किया गया है। हीटहब उपकरण, जो आकार में हीट पंप के समान हैं, लगभग 500 रास्पबेरी पाई सीएम4 (Raspberry Pi CM4) और/या सीएम5 (CM5) मॉड्यूल वाले नेटवर्क क्लस्टर हैं। इस प्रारंभिक चरण के दौरान, यूके पावर नेटवर्क्स द्वारा प्रबंधित व्यापक शील्ड कार्यक्रम के विस्तार के लिए आवश्यक परिचालन डेटा एकत्र किया जा रहा है। उनका लक्ष्य है कि 2030 तक देश भर में प्रति वर्ष 100,000 ऐसी प्रणालियाँ स्थापित की जाएँ।
हीटहब का प्राथमिक लक्ष्य कम आय वाले वर्गों के लिए हीटिंग लागत और संबंधित कार्बन उत्सर्जन को कम करना है। प्रयोग में भाग लेने वाले उपभोक्ताओं को प्रति माह 5.60 पाउंड स्टर्लिंग (लगभग 7.52 अमेरिकी डॉलर) का एक निश्चित शुल्क देना होता है, जिसमें प्रति किलोवाट-घंटा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता। इससे उनकी कुल हीटिंग लागत में 20% से 40% तक की बचत हो सकती है। 2021 में स्थापित थर्मिफाई कंपनी, क्लाउड कंप्यूटिंग के माध्यम से उपकरण द्वारा उत्पन्न कंप्यूटिंग शक्ति का मुद्रीकरण करती है, जिससे यह गैस बॉयलर का एक प्रभावी विकल्प बन जाता है।
यह दृष्टिकोण सूचना प्रौद्योगिकी अवसंरचना और घरेलू आवश्यकताओं के बीच एक व्यवस्थित विलय को दर्शाता है। पारंपरिक डेटा केंद्रों के विपरीत, जो अतिरिक्त गर्मी को बाहर निकालने में ऊर्जा खर्च करते हैं, हीटहब प्रणाली इस ऊर्जा का दोहरा उपयोग करती है। यह निवासियों को किफायती और पर्यावरण के अनुकूल हीटिंग प्रदान करती है, जबकि कंप्यूटिंग कार्य भी करती है। यह अनुमान लगाया गया है कि शील्ड में उपयोग की जाने वाली तकनीकें भाग लेने वाले घरों के कार्बन उत्सर्जन में 90% से अधिक की कटौती करेंगी। यह वास्तव में ऊर्जा प्रबंधन में एक क्रांतिकारी कदम है।
शील्ड के समानांतर, यूके पावर नेटवर्क्स डीकार्बोनाइजेशन के लिए कई अन्य पहलें भी लागू कर रहा है। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2025 में शुरू की गई हीटस्केप (HeatScape) परियोजना, मौजूदा ताप नेटवर्क का मानचित्रण करके और बिजली ग्रिड के साथ उनके भविष्य के संपर्क का पूर्वानुमान लगाकर, हीटिंग के विद्युतीकरण के ऊर्जा ग्रिड पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करती है। ये कदम यूके के अधिक टिकाऊ ऊर्जा स्रोतों की ओर व्यवस्थित संक्रमण के प्रति कंपनी के समर्पण को रेखांकित करते हैं।