10 अगस्त, 2025 की शाम को, विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया के निवासियों ने एक असाधारण खगोलीय घटना का अनुभव किया। बैलरैट और बेंडिगो जैसे शहरों में, स्थानीय समयानुसार लगभग 7:30 बजे, एक अत्यंत चमकीला उल्कापिंड, जिसे बोलिड के रूप में भी जाना जाता है, आकाश में दिखाई दिया। इस घटना को इंटरनेशनल मेटियोर ऑर्गनाइजेशन (IMO) द्वारा भी पुष्टि किया गया, जिन्होंने इसे "बहुत चमकीला और धीमा उल्कापिंड" बताया जिसे विक्टोरिया के ऊपर देखा और वीडियो में कैद किया गया। इस खगोलीय प्रदर्शन के तुरंत बाद, लगभग एक मिनट के अंतराल पर, एक जोरदार ध्वनि बूम (sonic boom) सुनाई दी, जिसने कई निवासियों के घरों को हिला दिया। जियोसाइंस ऑस्ट्रेलिया को भी कई लोगों से कंपनों की रिपोर्टें मिलीं, लेकिन उन्होंने किसी भी भूकंपीय गतिविधि से इनकार किया, यह पुष्टि करते हुए कि कोई भूकंपीय घटना दर्ज नहीं की गई थी। यह इंगित करता है कि ये कंपन संभवतः उल्कापिंड के वायुमंडलीय प्रवेश या उसके ध्वनि बूम के कारण हुए थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस उल्कापिंड का एक बड़ा टुकड़ा पृथ्वी पर गिरा होगा। शौकिया खगोलशास्त्री डेविड फिन्ले ने सुझाव दिया कि सुनाई देने वाला ध्वनि बूम इस बात का संकेत है कि उल्कापिंड का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पृथ्वी की सतह के काफी करीब था। मोनाश विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल ब्राउन ने इस विचार का समर्थन करते हुए कहा कि उल्कापिंड के टुकड़े जमीन पर गिरे हो सकते हैं और उन्हें खोजने की संभावना है। विशेषज्ञों ने अंतरिक्ष मलबे की संभावना को खारिज कर दिया है और पहचान की है कि यह वस्तु एक उल्कापिंड थी जिसके टुकड़े बेंडिगो और बैलरैट के बीच कहीं गिरे हो सकते हैं। बैलेरेट म्युनिसिपल ऑब्जर्वेटरी के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि उल्कापिंड के गिरने का संभावित स्थान मैरीबोरो के उत्तर-पूर्व में है, जिसकी अंतिम दृश्य ऊंचाई 9 किमी थी, जिससे उल्कापिंड के गिरने की संभावना लगभग निश्चित हो जाती है। यह घटना 17 जुलाई से 24 अगस्त, 2025 तक सक्रिय रहने वाले पर्सिड उल्का बौछार के साथ मेल खाती है। हालांकि, विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि विक्टोरिया में देखा गया यह उल्कापिंड इस या किसी अन्य उल्का बौछार का हिस्सा नहीं था। खगोलशास्त्री पेरी व्लाहोस ने समझाया कि पर्सिड्स का रेडियंट पॉइंट विक्टोरिया के अक्षांश पर क्षितिज से ऊपर नहीं उठता है, जिससे यह पुष्टि होती है कि यह घटना एक स्वतंत्र खगोलीय घटना थी। मोनाश विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एंडी टॉमकिंस जैसे शोधकर्ता अब संभावित उल्कापिंडों का पता लगाने के लिए फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं, जो इस घटना को और अधिक समझने में मदद करेगा। विक्टोरिया में उल्कापिंडों की खोज कोई नई बात नहीं है; राज्य में कम से कम 17 उल्कापिंड गिरने की जानकारी है, जिसमें 2015 में मैरीबोरो के पास मिला 17 किलोग्राम का पत्थर भी शामिल है।