सीरिया के लातकिया और हामा प्रांतों में भीषण जंगल की आग ने व्यापक तबाही मचाई है। बुधवार को हामा के घब मैदान से शुरू हुई आग, तेज हवाओं और उच्च तापमान के कारण लातकिया के जबलेह क्षेत्र के गांवों तक फैल गई है। इस आग ने 10,000 हेक्टेयर से अधिक जंगल और कृषि भूमि को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे 28 स्थान प्रभावित हुए हैं। आग के कारण 1,120 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं, और लगभग 5,000 लोग श्वसन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। लातकिया के उत्तरी जंगलों में आग फिर से भड़क उठी है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
सीरियाई नागरिक सुरक्षा दल और स्थानीय स्वयंसेवक आग बुझाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन दुर्गम इलाका, तेज हवाएं, घने जंगल, पानी की कमी और युद्ध के अवशेष आग बुझाने के काम में बड़ी बाधाएं पैदा कर रहे हैं। लातकिया के नागरिक सुरक्षा निदेशक, अब्दुल काफ़ी कियाल ने बताया कि पहाड़ी इलाके और बारूदी सुरंगों का खतरा आग बुझाने के प्रयासों में चुनौतियाँ बढ़ा रहे हैं। हामा के सहेल अल-घब क्षेत्र में, आग तेजी से फैल रही है और घरों तक पहुँच गई है, जिससे निवासियों को अपने घरों को छोड़कर भागना पड़ रहा है। इस संकट के बीच, उत्तर और पूर्वी सीरिया के स्वायत्त प्रशासन ने सहायता के रूप में अग्निशमन दल भेजने की घोषणा की है। यह आग की घटनाएँ जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव को भी उजागर करती हैं, क्योंकि बढ़ते तापमान, लंबे समय तक सूखा और तेज हवाएं सीरिया जैसे देशों में जंगल की आग की आवृत्ति और तीव्रता को बढ़ा रही हैं। 2025 की शुरुआत से ही 3,000 से अधिक आग लगने की घटनाओं में 5,700 हेक्टेयर से अधिक जंगल और कृषि भूमि जल चुकी है। यह आग न केवल पर्यावरण के लिए एक गंभीर खतरा है, बल्कि इसने सीरिया के पहले से ही नाजुक मानवीय संकट को और बढ़ा दिया है, जिससे समुदायों की आजीविका और सुरक्षा पर गहरा असर पड़ रहा है।