स्पेन इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है, जहाँ देश भर में तापमान खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। विशेष रूप से एक्सट्रीमादुरा क्षेत्र में, वेगास डेल गुआडियाना में 41 डिग्री सेल्सियस और अन्य इलाकों में 40 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचने की आशंका है। ये चेतावनी दोपहर 1 बजे से रात 9 बजे तक सबसे गर्म समय के लिए जारी की गई है। इस अत्यधिक गर्मी ने देश में जंगल की आग की गंभीर स्थिति को और बढ़ा दिया है। अब तक 115,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि जल चुकी है और कम से कम तीन लोगों की दुखद मृत्यु हो चुकी है। ज़मोरा, गैलिसिया और कासेरेस जैसे क्षेत्रों में भीषण आग लगी हुई है, जिसमें अकेले मोलेज़ुएलास डे ला कार्बालेडा की आग ने 31,500 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है।
यूरोपीय संघ के यूरोपीय वन अग्नि सूचना प्रणाली (EFFIS) के आंकड़ों के अनुसार, इस साल की शुरुआत से अब तक स्पेन में 157,501 हेक्टेयर भूमि आग की चपेट में आ चुकी है, जो पिछले दो दशकों में सबसे खराब गर्मी के मौसमों में से एक है। यह 2022 के आंकड़ों से कम है, जब 306,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि जल गई थी, लेकिन 2024 की तुलना में यह काफी अधिक है। यूरोप के कई अन्य देश भी इसी तरह की भीषण गर्मी और जंगल की आग की घटनाओं से जूझ रहे हैं। फ्रांस में 1949 के बाद से सबसे बड़ी जंगल की आग देखी गई है, जिसमें पेरिस के आकार का क्षेत्र कुछ ही दिनों में जल गया। ग्रीस में भी आग पर काबू पाने के लिए यूरोपीय संघ से सहायता मांगी गई है। यह स्थिति जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव का एक स्पष्ट संकेत है, जैसा कि स्पेन के पर्यावरण मंत्री ने भी कहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश जलवायु परिवर्तन के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील है और भविष्य में इसके प्रभाव को कम करने के लिए संसाधनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। सरकार ने जनता से आग्रह किया है कि वे अत्यधिक गर्मी के घंटों के दौरान धूप में निकलने से बचें, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शारीरिक गतिविधियों को कम करें। यह उम्मीद की जा रही है कि अटलांटिक से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण सोमवार, 18 अगस्त तक गर्मी से कुछ राहत मिलेगी। इस बीच, स्पेनिश सरकार ने देश भर में फैली आग से निपटने के लिए राष्ट्रीय पूर्व-आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है, ताकि संसाधनों के समन्वय और प्रभावी प्रतिक्रिया को सुनिश्चित किया जा सके। चार लोगों को आगजनी के संदेह में गिरफ्तार भी किया गया है, जिससे इस मौसम में संदिग्धों की कुल संख्या 30 हो गई है। यह स्थिति न केवल तत्काल खतरे को दर्शाती है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए दीर्घकालिक रणनीतियों की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालती है।