जापान के किरिशिमा शहर में अभूतपूर्व वर्षा के कारण गंभीर बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मिज़ोबे जिले में, 12 घंटे के भीतर 483 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो इस क्षेत्र के लिए एक नया रिकॉर्ड है। कुछ स्थानों पर 495 मिलीमीटर तक बारिश हुई, जिससे शॉपिंग मॉल जलमग्न हो गए और भूस्खलन की घटनाएं हुईं। ऐरा शहर में एक भूस्खलन के कारण एक घर दब गया, जिसमें दो लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कागोशिमा और मियाज़ाकी प्रान्तों में 360,000 से अधिक निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, क्यूशू क्षेत्र में भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें जारी रहने की उम्मीद है, और अगले कुछ दिनों में 200 मिलीमीटर तक अतिरिक्त वर्षा हो सकती है। जापान में इस तरह की चरम मौसम की घटनाएं जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशांत महासागर के उच्च दबाव क्षेत्र का विस्तार और मौसमी वर्षा मोर्चे का स्थिर होना, क्यूशू क्षेत्र को भारी वर्षा के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। 2017 में उत्तरी क्यूशू में हुई विनाशकारी बारिश ने 40 लोगों की जान ले ली थी और 2020 में भी इसी तरह की घटनाओं से काफी नुकसान हुआ था। ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए, जापान अपनी बाढ़ नियंत्रण रणनीतियों का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है। इसमें आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण और सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना शामिल है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों के लिए एक कार्यबल भी स्थापित किया है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम मौसम अपडेट पर नज़र रखें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी किए गए निकासी निर्देशों का पालन करें। सुरक्षित रहने के लिए, ऊंचे स्थानों पर जाना और आवश्यक सामान तैयार रखना महत्वपूर्ण है।