सिसिली के विला रोमा कैसल में पुरातत्वविदों ने चौथी शताब्दी ईस्वी के एक मोज़ेक की खोज की है, जिसमें आधुनिक चप्पलों से मिलती-जुलती सैंडल का चित्रण है। यह खोज 4 अगस्त, 2025 को पुरातत्व पार्क मॉर्गनटिना और विला रोमाना डेल कैसल द्वारा घोषित की गई थी। यह विला, जो पियाज़ा अरमेरिना में स्थित है, अपने विशाल मोज़ेक संग्रह के लिए प्रसिद्ध है, जो लगभग 3,500 वर्ग मीटर में फैले हुए हैं। इनकी समृद्धि, पैमाने और विविधता के कारण, इस स्थल को 1997 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
यह नया मोज़ेक विला के दक्षिणी स्नान परिसर के फ्रिगिडैरियम, यानी ठंडे स्नान क्षेत्र में पाया गया। यह चौथी शताब्दी ईस्वी में एक कुशल कारीगर द्वारा बनाई गई एक बड़ी कलात्मक रचना का हिस्सा है। सैंडल की छवि के साथ-साथ, खुदाई में एक मोज़ेक शिलालेख और तीन पूरी तरह से अक्षुण्ण स्तंभ भी मिले हैं, जो विला के उच्च कलात्मक और वास्तुशिल्प मानकों को दर्शाते हैं। इस खोज को प्रोफेसर इसाबेला बाल्डिनी के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय आर्कलैब्स समर स्कूल के चौथे संस्करण के दौरान अंजाम दिया गया। इस कार्यक्रम में ग्यारह देशों के 40 से अधिक छात्र और शोधकर्ता शामिल थे, जिन्होंने खुदाई, डिजिटल दस्तावेज़ीकरण और सामग्री विश्लेषण में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
रोमन काल में जूते-चप्पल का इतिहास काफी समृद्ध रहा है। कैल्सी (Calcei) नामक जूते पूरे पैर को ढकते थे और चमड़े की डोरी से बंधे होते थे, जबकि क्रेपिडा (Crepida) थोड़े हल्के होते थे। सैनिकों के लिए कैलिगा (Caligae) नामक भारी-भरकम सैंडल-जैसे जूते होते थे। यह नई खोज रोमन काल में फैशन और दैनिक जीवन की झलक दिखाती है, जो उस समय के लोगों की जीवनशैली और कलात्मक अभिव्यक्ति को समझने में मदद करती है। रोमन कारीगर, जिन्हें 'सुटोरेस' (Sutores) कहा जाता था, चमड़े के काम में माहिर थे और उनके जूते उच्च गुणवत्ता वाले होते थे।
विला रोमाना डेल कैसल पुरातात्विक अनुसंधान के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बना हुआ है, जो रोमन कला, वास्तुकला और दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। आर्कलैब्स समर स्कूल जैसे कार्यक्रम, जो छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करते हैं, इस तरह की महत्वपूर्ण खोजों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह खोज न केवल रोमन जूतों के बारे में हमारी समझ को बढ़ाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे प्राचीन कलाकृतियाँ आज भी हमें आश्चर्यचकित कर सकती हैं।