उत्तरी अटलांटिक राइट व्हेल की आबादी में पिछले दशक की चिंताजनक गिरावट के बाद एक मामूली सुधार देखने को मिला है। नवीनतम अनुमानों के अनुसार, इस गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजाति की संख्या अब लगभग 372 से 384 के बीच है, जो पिछले वर्षों के आंकड़ों से एक छोटी सी वृद्धि दर्शाती है। यह सकारात्मक रुझान संरक्षण प्रयासों की सफलता का संकेत है, हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि प्रजाति अभी भी गंभीर खतरों का सामना कर रही है।
यह वृद्धि 2020 में दर्ज किए गए 358 के निचले स्तर के बाद से धीमी वृद्धि की प्रवृत्ति को दर्शाती है। बिडेन-हैरिस प्रशासन ने सितंबर 2023 में जोखिम कम करने वाली नई तकनीकों के समर्थन के लिए 82 मिलियन डॉलर आवंटित किए थे, जो मानवजनित खतरों को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। हालांकि, यह उत्थान एक नाजुक संतुलन को उजागर करता है: प्रजनन में सक्षम मादाओं की संख्या अभी भी 70 से कम है, जो प्रजाति के दीर्घकालिक अस्तित्व के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
प्रजाति के सामने मुख्य खतरे जहाजों से टक्कर और मछली पकड़ने के उपकरणों में फंसना बने हुए हैं। 2024 में, वैज्ञानिकों ने पिछले वर्षों की तुलना में कम चोटों और मृत्यु की घटनाओं को दर्ज किया है, हालांकि 2024 में पांच व्हेल मृत्यु दर्ज की गईं। उदाहरण के लिए, एक व्हेल बछड़े को दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 के बीच एक जहाज से टक्कर लगी थी और वह फरवरी 2024 तक गंभीर रूप से घायल देखी गई थी। उत्तरी अटलांटिक राइट व्हेल कंसोर्टियम इस बात पर जोर देता है कि प्रजाति के दीर्घकालिक अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा उपायों को बनाए रखना अनिवार्य है।
यह स्थिति दर्शाती है कि संरक्षण के प्रयासों में किसी भी प्रकार की ढील इस नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र को फिर से खतरे में डाल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मानवजनित खतरों को प्रभावी ढंग से कम किया जाता रहा, तो युवा मादाएं भविष्य में आबादी को बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं। यह क्षण याद दिलाता है कि हर प्राणी का अस्तित्व एक दूसरे से जुड़ा हुआ है, और संरक्षण के प्रयासों में निरंतर जागरूकता और सहयोग आवश्यक है।