एशिया-प्रशांत शेयर बाज़ारों में बुधवार, 13 अगस्त, 2025 को वॉल स्ट्रीट की सकारात्मक चाल को दर्शाते हुए तेज़ी देखी गई। यह उछाल अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के अपेक्षा से कम रहने के कारण आया है, जिससे सितंबर में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं। जापान का निक्केई 225 सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुँच गया, जो 43,309.62 के नए शिखर पर बंद हुआ। इसी तरह, दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक 1.07% बढ़ा और ऑस्ट्रेलिया का एस एंड पी/एएसएक्स 200 सूचकांक 0.29% ऊपर बंद हुआ। MSCI एशिया एक्स-जापान सूचकांक 0.9% बढ़ा, और MSCI ऑल कंट्री वर्ल्ड इंडेक्स ने भी रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ।
जुलाई 2025 के लिए अमेरिकी मुद्रास्फीति साल-दर-साल 2.7% रही, जो अनुमानित 2.8% से थोड़ी कम थी। इस डेटा ने सितंबर में फेडरल रिजर्व द्वारा 0.25% की ब्याज दर में कटौती की संभावना को बल दिया है, जिसमें CME FedWatch टूल के अनुसार ट्रेडर अब 94% से अधिक की संभावना देख रहे हैं। फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने इस साल ब्याज दरों को 4.25%-4.50% की सीमा में अपरिवर्तित रखा है, लेकिन नरम मुद्रास्फीति के आंकड़ों और धीमी पड़ती नौकरियों की रिपोर्ट के बाद, सितंबर में दर में कटौती की उम्मीदें बढ़ी हैं। निवेशकों का आशावाद इस उम्मीद पर टिका है कि फेडरल रिजर्व की संभावित ब्याज दर में कटौती से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में इक्विटी बाज़ारों को और बढ़ावा मिलेगा। विश्लेषकों का मानना है कि मुद्रास्फीति पर नियंत्रण और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के बीच संतुलन बनाने की फेड की कोशिशें बाज़ारों के लिए सकारात्मक संकेत हैं, हालांकि टैरिफ से संबंधित अनिश्चितताओं पर नज़र रखना महत्वपूर्ण होगा।