नई दिल्ली: 20 अगस्त, 2025 को चीन के शेयर बाज़ार में एक महत्वपूर्ण उछाल देखा गया, जिसमें शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 3,766 अंक के स्तर पर पहुँच गया। यह 2015 के बाद का उच्चतम स्तर है। इस वृद्धि का मुख्य कारण विदेशी निवेशकों का बढ़ता विश्वास और चीन की आर्थिक संभावनाओं में उनके बढ़ते निवेश को माना जा रहा है।
इस वर्ष की पहली छमाही में, क्वालिफाइड फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (QFII) ने चीन के शेयर बाज़ार में लगभग 6.8 बिलियन युआन (लगभग 950 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का निवेश किया है। यह निवेश 70 से अधिक चीनी ए-शेयर कंपनियों में फैला हुआ है, जिसमें ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स और खाद्य एवं पेय जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। QFII कार्यक्रम विदेशी निवेशकों को शंघाई और शेन्ज़ेन एक्सचेंजों पर युआन-मूल्यवर्गित 'ए-शेयर' में निवेश करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे चीनी युआन के अंतर्राष्ट्रीयकरण में भी सहायता मिलती है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह वृद्धि चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार और विकास की मजबूत संभावनाओं के प्रति निवेशकों के बढ़ते आशावाद को दर्शाती है। हाल के सरकारी उपायों, जैसे कि अत्यधिक प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करने और बाज़ारों को स्थिर करने के प्रयासों ने भी इस सकारात्मक माहौल को बढ़ावा दिया है। उदाहरण के लिए, उद्योग मंत्रालय ने सौर ऊर्जा क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की हैं, ताकि क्षेत्र में नियमों को मजबूत किया जा सके और अत्यधिक प्रतिस्पर्धा को कम किया जा सके।
चीन की अर्थव्यवस्था ने 2025 की पहली छमाही में 5.3% की वृद्धि दर्ज की है, जो वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच एक मजबूत प्रदर्शन है। हालाँकि, निजी निवेश में थोड़ी गिरावट और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) में कमी देखी गई है, लेकिन शेयर बाज़ार में विदेशी प्रवाह ने इन चिंताओं को दूर करने में मदद की है। फरवरी 2025 में, केर्नी फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट कॉन्फिडेंस इंडेक्स में चीन वैश्विक स्तर पर तीसरे स्थान पर पहुँच गया था, जो विदेशी निवेशकों के लिए इसके आकर्षण को दर्शाता है।
यह स्थिति दर्शाती है कि चीन का बाज़ार विदेशी निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बना हुआ है। हालाँकि भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार संरक्षणवाद जैसी चुनौतियाँ मौजूद हैं, लेकिन टेस्ला, टोयोटा और सीमेंस हेल्थिनियर्स जैसी कंपनियों द्वारा चीन में अपने निवेश को बढ़ाना इस बात का प्रमाण है कि वैश्विक उद्योग के नेता देश की विकास क्षमता पर भरोसा करते हैं। चीन का बढ़ता मध्य वर्ग और नवाचार पर बढ़ता ध्यान इसे वैश्विक कंपनियों के लिए एक आकर्षक बाज़ार बनाता है। यह वृद्धि न केवल चीन की आर्थिक शक्ति को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक वित्तीय प्रणाली में इसके बढ़ते एकीकरण का भी संकेत देती है।