भारतीय शेयर बाज़ारों में मिश्रित प्रदर्शन: सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त, आईटी शेयरों की चमक

द्वारा संपादित: Olga Sukhina

20 अगस्त 2025 को भारतीय शेयर बाज़ारों ने मिला-जुला रुख दिखाया। बीएसई सेंसेक्स 213.45 अंक चढ़कर 81,857.84 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 69.90 अंक की बढ़त के साथ 25,050.55 पर पहुँच गया। इस दौरान, आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) क्षेत्र ने बाज़ार को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इंफोसिस (Infosys) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों में क्रमशः 3.88% और 2.69% की वृद्धि देखी गई, जो इस क्षेत्र की मजबूत स्थिति को दर्शाता है। हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, आईटीसी और एचसीएल टेक जैसी प्रमुख कंपनियों ने भी सकारात्मक गति बनाए रखी।

बाज़ार की समग्र भावना में, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटो फाइनेंस, ऑटो निर्माताओं और रेलवे से संबंधित शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों को वर्तमान बाज़ार की परिस्थितियों और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में संभावित संशोधनों को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश निर्णय लेने की सलाह दी गई है। जीएसटी दरों में संभावित कटौती की उम्मीदें बाज़ार में उत्साह पैदा कर रही हैं, जिससे ऑटो और उपभोक्ता वस्तुओं जैसे क्षेत्रों को लाभ होने की उम्मीद है। यह उम्मीद की जा रही है कि जीएसटी दरों में कमी से उत्पादों की कीमतें कम होंगी, जिससे बिक्री बढ़ेगी और कंपनियों के मुनाफे में सुधार होगा।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की खरीद और बिक्री की गतिविधियाँ, साथ ही भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समीक्षा, बाज़ार के रुझानों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक बने रहेंगे। हाल ही में, आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को 5.50% पर अपरिवर्तित रखा है, जिसका उद्देश्य विकास को गति देना है। यह कदम, विशेष रूप से ऑटोमोबाइल जैसे ब्याज-संवेदनशील क्षेत्रों के लिए, ऋण को सस्ता बना सकता है और मांग को बढ़ा सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि जीएसटी सुधारों और आरबीआई की विकास-उन्मुख नीतियों से बाज़ार को और मजबूती मिलेगी।

विश्लेषकों के अनुसार, इंफोसिस के लिए 12 महीने का औसत मूल्य लक्ष्य लगभग 1758.67 रुपये है, जिसमें 22.13% की संभावित वृद्धि देखी जा सकती है। इसी तरह, टीसीएस के लिए, 12 महीने का औसत मूल्य लक्ष्य लगभग 3739.18 रुपये है, जो 23.18% की वृद्धि का संकेत देता है। ये अनुमान बताते हैं कि आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियाँ आने वाले समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं। निवेशकों को तर्कसंगत निवेश को प्राथमिकता देने और सट्टा विकल्पों से बचने की सलाह दी जाती है, ताकि वे बाज़ार की अनिश्चितताओं के बीच अपने निवेश को सुरक्षित रख सकें।

स्रोतों

  • ndtv.in

  • Moneycontrol - Sensex

  • Moneycontrol - Nifty

  • Moneycontrol - Infosys Ltd

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