10 अक्टूबर, 2025 को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन से आने वाले सभी आयातों पर 100% का अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की, जिससे वैश्विक बाजारों में तत्काल उथल-पुथल मच गई। यह कदम बीजिंग द्वारा दुर्लभ-पृथ्वी खनिजों के निर्यात पर लगाए गए कड़े नियंत्रणों की सीधी प्रतिक्रिया थी, जिसने पहले ही वैश्विक प्रौद्योगिकी और विनिर्माण श्रृंखलाओं में तनाव पैदा कर दिया था। यह टैरिफ 1 नवंबर, 2025 से प्रभावी होने वाला था, लेकिन बाजार की प्रतिक्रिया तुरंत और तीव्र थी। राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीन पर 'व्यापार पर असाधारण रूप से आक्रामक रुख' अपनाने का आरोप लगाया, जिसमें दुर्लभ-पृथ्वी खनिजों पर नियंत्रण और 'लगभग हर उत्पाद पर बड़े पैमाने पर निर्यात नियंत्रण' लागू करने की योजना शामिल थी। चीन ने इन उपायों का बचाव करते हुए कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा और अप्रसार दायित्वों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
इस भू-राजनीतिक टकराव की गूंज तुरंत क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में सुनाई दी, जहाँ भारी उत्तोलन (leverage) के कारण एक विनाशकारी प्रतिक्रिया हुई। घोषणा के बाद, डिजिटल संपत्ति बाजार में एक बड़ी गिरावट आई, जिसके परिणामस्वरूप 24 घंटों के भीतर 19 बिलियन डॉलर से अधिक की उत्तोलित स्थितियों का परिसमापन (liquidation) हुआ, जो क्रिप्टो इतिहास में सबसे बड़े विमोचन कार्यक्रमों में से एक बन गया। बिटकॉइन (BTC) लगभग $122,000 के स्तर से फिसलकर $110,000 से नीचे चला गया, जबकि इथेरियम (ETH) और सोलाना (SOL) जैसी अन्य प्रमुख मुद्राओं में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। 12 अक्टूबर, 2025 के आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन $111,911 के आसपास कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 0.53% कम था, जबकि सोलाना $181.95 पर 2.10% नीचे था। इस उथल-पुथल ने निवेशकों की धारणा को झकझोर दिया, जिससे जोखिम भरी संपत्तियों में बिकवाली का माहौल बन गया।
क्रिप्टो हेज फंड स्प्लिट कैपिटल के संस्थापक ज़हीर एबतिकार ने इस स्थिति को 'ऑल्टकॉइन कॉम्प्लेक्स का पूरी तरह से सफाया' और 'बाजार का विस्थापन' बताया। बाजार के प्रमुख स्तंभों पर इसका गहरा असर पड़ा, और स्टॉक मार्केट में भी गिरावट आई, जिसमें एसएंडपी 500 इंडेक्स शुक्रवार को 2% से अधिक फिसल गया। यह घटना दर्शाती है कि कैसे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर एक देश का एकाधिकार, चाहे वह खनिज हो या प्रौद्योगिकी, तत्काल वित्तीय परिणामों को जन्म दे सकता है। चीन दुर्लभ-पृथ्वी खनिजों के खनन और प्रसंस्करण में विश्व स्तर पर प्रमुख स्थान रखता है, जो उन्नत हथियारों, इलेक्ट्रिक वाहनों और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए आवश्यक हैं।
विश्लेषकों ने इस गिरावट को दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक क्रय अवसर के रूप में भी देखा, जो बाजार के संतुलन की तलाश में है। यह स्थिति एक शक्तिशाली अनुस्मारक है कि बाहरी घटनाएँ हमारे आंतरिक विश्वासों और प्रतिक्रियाओं का दर्पण होती हैं, और हर अस्थिरता एक नए, अधिक मजबूत आधार की स्थापना का अवसर भी लाती है। बाजार अब इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहा है कि यह व्यापारिक विवाद कैसे सुलझेगा, क्योंकि यह सीधे तौर पर भविष्य की आर्थिक स्थिरता और डिजिटल संपत्ति के मूल्यांकन को प्रभावित करता है।