जब आपका पालतू कुत्ता सो रहा होता है, तो आप अक्सर उसके पंजों को फड़कते या हल्की आवाज़ें निकालते हुए देखते होंगे। यह देखकर मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर वो अपने सपनों में क्या देख रहा होगा। हालिया शोध इस ओर इशारा करते हैं कि कुत्ते भी अपने इंसानी साथियों के बारे में सपने देखते हैं, जो उनके बीच के गहरे भावनात्मक बंधन को दर्शाता है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की मनोवैज्ञानिक डॉ. डेरेड बैरेट के अनुसार, कुत्ते अपने दिन-प्रतिदिन के अनुभवों को सपनों में दोहराते हैं। चूंकि वे अपने मालिकों से बहुत गहराई से जुड़े होते हैं, इसलिए यह मानना उचित है कि उनके सपनों में उनके मालिकों के चेहरे, उनकी गंध और उनके साथ हुई बातचीत शामिल होती है।
डॉ. बैरेट का मानना है कि जैसे इंसान दिन की उन चीज़ों के बारे में सपने देखते हैं जिनमें उनकी रुचि होती है, उसी तरह कुत्ते भी अपने अनुभवों को, हालांकि अधिक दृश्य रूप में और कम तार्किक ढंग से, सपनों में देखते हैं। यह भी संभव है कि वे आपको खुश करने या नाराज़ करने के बारे में भी सपने देख रहे हों। 'एनिमल्स' नामक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कुत्तों का ज़िक्र याद किए गए सपनों में लगभग 5% बार होता है। यह प्रतिशत उन लोगों के सपनों में और भी अधिक होता है जो कुत्ते पालते हैं या कुत्तों के साथ गहरा संबंध रखते हैं। कुल मिलाकर, कुत्तों से जुड़े सपने आम तौर पर अन्य सपनों की तुलना में अधिक सकारात्मक होते हैं।
यह शोध न केवल जानवरों के व्यवहार के बारे में हमारी समझ को बढ़ाता है, बल्कि कुत्तों और उनके मालिकों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को भी मजबूत करता है। यह भी देखा गया है कि मनुष्यों की तरह, कुत्तों में भी नींद के दौरान मांसपेशियों को हिलने से रोकने वाली एक प्रणाली होती है। हालांकि, कभी-कभी यह प्रणाली ठीक से काम नहीं करती, जिससे कुत्ते सोते हुए भी अपने सपनों की क्रियाओं को कर सकते हैं, जैसे कि दौड़ना या भौंकना। यह सब इस बात का प्रमाण है कि वे अपने दिन की गतिविधियों को, खासकर अपने प्रियजनों के साथ बिताए पलों को, अपने सपनों में जी रहे हैं। यह समझना कि हमारे प्यारे साथी भी हमें अपने सपनों में याद करते हैं, हमारे रिश्ते को और भी खास बना देता है।