पेरू के अयाकुचो की 24 वर्षीय कलाकार रेनाटा फ्लोरेस आधुनिक संगीत के माध्यम से क्वेचुआ भाषा को पुनर्जीवित करने के प्रयासों में एक प्रमुख हस्ती के रूप में उभरी हैं। उन्हें 'क्वेचुआ रैप की रानी' के रूप में जाना जाता है, क्योंकि वह पारंपरिक एंडियन ध्वनियों को हिप-हॉप और ट्रैप जैसी समकालीन शैलियों के साथ कुशलता से मिलाती हैं। यह अनूठा संगम युवा और वृद्ध दोनों तरह के श्रोताओं को आकर्षित करता है, जिससे संस्कृति का प्रवाह सहज और प्रासंगिक बना रहता है।
उनकी कलात्मक यात्रा 2015 में शुरू हुई, जब मात्र 13 वर्ष की आयु में, उन्होंने माइकल जैक्सन के गीत 'द वे यू मेक मी फील' का क्वेचुआ संस्करण प्रस्तुत करके व्यापक ध्यान आकर्षित किया। इस प्रारंभिक सफलता ने उन्हें मौलिक रचनाएँ बनाने के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप 2021 में उनका पहला एल्बम 'इस्क्वन' जारी हुआ। 'इस्क्वन' का अर्थ क्वेचुआ में 'नौ' है और यह एल्बम चानान कोरी कोका और मारिया पाराडो डी बेलिडो जैसी महत्वपूर्ण पेरूवियन महिलाओं को श्रद्धांजलि देता है।
क्वेचुआ भाषा, जो कभी इंका साम्राज्य की प्रशासनिक भाषा थी, आज भी लाखों लोगों द्वारा बोली जाती है, लेकिन वैश्वीकरण के कारण इसे चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे युवा पीढ़ी इसे स्पेनिश के पक्ष में छोड़ रही है। फ्लोरेस की कला केवल संगीत तक सीमित नहीं है; यह सांस्कृतिक संरक्षण का एक शक्तिशाली माध्यम है। अगस्त 2025 में, उन्होंने बोगोटा, कोलंबिया में फेस्टिवल ओरिजेन्स में प्रदर्शन किया, जहाँ उन्होंने ट्रैप, आर एंड बी और पारंपरिक एंडियन संगीत का मिश्रण प्रस्तुत किया। उनके प्रदर्शन का केंद्र बिंदु पहचान, क्षेत्र और प्रतिरोध की अवधारणाएँ थीं, जो सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने के प्रति उनके गहरे समर्पण को दर्शाती हैं।
फ्लोरेस का प्रभाव संगीत से परे भी मान्यता प्राप्त है। 2021 में, उन्हें 'होला!' पत्रिका द्वारा 100 सबसे प्रभावशाली लैटिन महिलाओं में सूचीबद्ध किया गया था। इसके अतिरिक्त, फोर्ब्स पेरू ने उन्हें देश की 50 सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में मान्यता दी। यह मान्यता दर्शाती है कि अपनी जड़ों से जुड़ना और उन्हें आधुनिक रूप में प्रस्तुत करना शक्ति का स्रोत बन सकता है। यह कला के माध्यम से अपनी पहचान को सशक्त बनाने और उसे वैश्विक मंच पर स्थापित करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
