जुलाई 2025 में, मैसाचुसेट्स सीनेट ने स्कूल के घंटों के दौरान छात्रों द्वारा सेल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण कानून पारित किया। 38-2 के भारी बहुमत से स्वीकृत इस विधेयक का उद्देश्य छात्रों के लिए अधिक केंद्रित और स्वस्थ सीखने का माहौल तैयार करना है। इस कानून के तहत, सभी सार्वजनिक स्कूल जिलों को 2026-2027 स्कूल वर्ष तक 'बेल-टू-बेल' नीतियां लागू करनी होंगी, जिसमें स्कूल के दिनों के दौरान, यहां तक कि ब्रेक सहित, व्यक्तिगत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। इस पहल का मुख्य लक्ष्य छात्रों के ध्यान को बेहतर बनाना और उनके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। सीनेटर जेसन एम. लुईस ने इस बात पर जोर दिया कि अधिक अनुकूल शिक्षण वातावरण बनाने के लिए स्पष्ट सीमाएं निर्धारित करना आवश्यक है। यह कदम राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों के कल्याण और शैक्षणिक प्रदर्शन पर सेल फोन के प्रभाव को संबोधित करने के व्यापक आंदोलन के अनुरूप है।
हालांकि, कुछ अपवाद भी प्रदान किए गए हैं। विकलांग छात्रों को, जिन्हें चिकित्सा कारणों से उपकरणों की आवश्यकता होती है, या जिनके पास व्यक्तिगत शिक्षा योजना (IEP) है, उन्हें छूट दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, ऑफ-कैंपस सीखने के लिए फोन की आवश्यकता वाले छात्रों को भी अनुमति दी जाएगी। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि स्कूल के घंटों के दौरान माता-पिता से संपर्क करने के लिए वैकल्पिक माध्यम उपलब्ध हों। गवर्नर मौरा हेली इस प्रतिबंध का पुरजोर समर्थन करती हैं, उनका मानना है कि यह छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा करेगा और माता-पिता व शिक्षकों की सहायता करेगा। यह विधेयक अब आगे की चर्चा के लिए प्रतिनिधि सभा में जाएगा, जिससे मैसाचुसेट्स उन 32 राज्यों में से एक बन सकता है जिन्होंने स्कूल सेल फोन प्रतिबंधों के किसी न किसी रूप को लागू किया है। यह विधायी कदम इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे कई राज्यों में सेल फोन के उपयोग को विनियमित करने के लिए कानून बनाए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, ओक्लाहोमा ने 2025 में एक साल के लिए सेल फोन पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि जॉर्जिया ने 2026 से किंडरगार्टन से आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए प्रतिबंध लागू किया। इसी तरह, वर्जीनिया ने भी 'बेल-टू-बेल' सेल फोन-मुक्त कक्षाओं की आवश्यकता वाला कानून पारित किया है। यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि शिक्षा जगत में सेल फोन के उपयोग के प्रभाव के बारे में एक बढ़ती हुई जागरूकता है, जिसमें शिक्षकों का एक बड़ा प्रतिशत (लगभग 70% से अधिक) सेल फोन को छात्रों के लिए एक बड़ी बाधा मानता है। यह कानून छात्रों को विकर्षणों से मुक्त वातावरण प्रदान करके उनकी एकाग्रता और समग्र कल्याण को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।