यूरोपीय नागरिकों की पहल 'माई वॉयस, माई चॉइस: सुरक्षित और सुलभ गर्भपात के लिए' ने अक्टूबर 2025 में यूरोपीय आयोग के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य पूरे यूरोपीय संघ में सुरक्षित और कानूनी गर्भपात सेवाओं का समर्थन करने के लिए एक वित्तीय तंत्र के प्रस्ताव पर चर्चा करना था। यह पहल, जो अप्रैल 2024 में शुरू हुई थी, ने 19 सदस्य देशों से 1.12 मिलियन से अधिक हस्ताक्षर एकत्र किए हैं।
इस अभियान का लक्ष्य एक स्वैच्छिक यूरोपीय संघ वित्तीय सहायता तंत्र स्थापित करना है। यह तंत्र सदस्य देशों को गर्भपात की लागत को कवर करने में मदद करेगा, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिन्हें प्रतिबंधात्मक कानूनों या विवेक के आधार पर यात्रा करने की आवश्यकता होती है। यह प्रस्ताव यूरोपीय संघ के कुछ देशों में प्रजनन अधिकारों में आ रही गिरावट की चिंताओं को दूर करने का प्रयास करता है। पोलैंड और माल्टा जैसे देशों में गर्भपात कानून काफी प्रतिबंधात्मक हैं। पोलैंड में, गर्भपात केवल विशिष्ट परिस्थितियों में ही अनुमत है, जबकि माल्टा में यह लगभग पूरी तरह से अवैध है, केवल महिला के जीवन को बचाने के लिए कुछ अपवादों के साथ।
यूरोपीय आयोग वर्तमान में इस प्रस्ताव की समीक्षा कर रहा है, और मार्च 2026 तक प्रतिक्रिया की उम्मीद है। इस पहल का परिणाम पूरे यूरोपीय संघ में प्रजनन अधिकारों और गर्भपात की सुलभता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा। यूरोपीय आयोग के पास इस पहल पर अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने के लिए 2 मार्च 2026 तक का समय है। आयोग आयोजकों से आगामी हफ्तों में इस पहल पर विस्तार से चर्चा करेगा, और यूरोपीय संसद में एक सार्वजनिक सुनवाई भी आयोजित की जाएगी। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यूरोपीय आयोग इस पहल के जवाब में कानून प्रस्तावित करने के लिए बाध्य नहीं है, भले ही पर्याप्त हस्ताक्षर एकत्र किए गए हों।
यूरोपीय संघ के भीतर गर्भपात की सुलभता एक जटिल मुद्दा बना हुआ है, जिसमें सदस्य देशों के कानून और नीतियां अलग-अलग हैं। हालांकि, 'माई वॉयस, माई चॉइस' जैसी पहलों का उद्देश्य यूरोपीय संघ के भीतर अधिक समान पहुंच सुनिश्चित करना है, जो सभी महिलाओं के लिए सुरक्षित और कानूनी गर्भपात सेवाओं के महत्व को रेखांकित करता है। यह पहल यूरोपीय संघ के भीतर महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए एक सामूहिक प्रयास का प्रतिनिधित्व करती है, जो एकजुटता और साझा जिम्मेदारी की भावना को दर्शाती है। यूरोपीय संघ के भीतर गर्भपात तक पहुंच को लेकर चल रही चर्चाएं इस बात पर प्रकाश डालती हैं कि कैसे विभिन्न सदस्य देशों के दृष्टिकोण और कानून इस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को प्रभावित करते हैं। यूरोपीय आयोग की प्रतिक्रिया इस बात पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालेगी कि भविष्य में इन मुद्दों को कैसे संबोधित किया जाएगा।