पुर्तगाल की आप्रवासन नीति में बदलाव: 2025 में विदेशी निवासियों पर प्रभाव

द्वारा संपादित: Tetiana Pinchuk Pinchuk

पुर्तगाल अपनी आप्रवासन नीतियों में महत्वपूर्ण बदलावों का सामना कर रहा है, जिसका विदेशी निवासियों पर प्रभाव पड़ रहा है। देश लगभग 34,000 आप्रवासियों को निष्कासित करने के लिए तैयार है, जिसमें ब्राजीलियाई लोगों की एक उल्लेखनीय संख्या शामिल है। इस बदलाव से पुर्तगाल में अंतरराष्ट्रीय छात्रों और निवासियों के भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। पुर्तगाली सरकार का यह निर्णय पिछले एक दशक में आप्रवासन में आई तेजी के बाद आया है। मंत्री एंटोनियो लेइटो अमरो ने सामूहिक आप्रवासन को "दशकों की चुनौती" बताया। आप्रवासियों की संख्या चौगुनी हो गई है, जिससे शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ गया है। एकीकरण, प्रवासन और शरण एजेंसी (AIMA) उन आप्रवासियों को सक्रिय रूप से सूचित कर रही है जिनके निवास आवेदन अस्वीकार कर दिए गए हैं। यह कार्रवाई सरकार की व्यापक प्रवासन कार्य योजना का हिस्सा है। इस योजना का उद्देश्य पुर्तगाल की पहले की खुली आप्रवासन नीतियों के संबंध में यूरोपीय संघ की आलोचनाओं को दूर करना है। नीति में बदलाव के कारण निवास आवेदनों की अस्वीकृति दर 18.5% हो गई है। इन बदलावों से मुख्य रूप से एशिया के आप्रवासी प्रभावित होते हैं। स्थिति विकसित हो रही है, और भविष्य में नीति में और बदलाव हो सकते हैं। सरकार की कार्रवाई पुर्तगाल के जनसांख्यिकीय परिदृश्य को फिर से आकार दे सकती है। अर्थव्यवस्था और समाज पर दीर्घकालिक प्रभाव अभी देखने बाकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक आने वाले महीनों में पुर्तगाल के आप्रवासन के दृष्टिकोण पर बारीकी से नजर रखेंगे।

स्रोतों

  • Terra

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