कोलंबिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है, क्योंकि अमेरिका ने लगभग तीन दशकों में पहली बार सितंबर 2025 में कोलंबिया को नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में अपने सहयोगी के रूप में 'डीसर्टिफाई' कर दिया है। यह निर्णय कोकीन उत्पादन में चिंताजनक वृद्धि और देश के नशीले पदार्थों के नियंत्रण संबंधी दायित्वों को पूरा करने में विफलता के कारण लिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स और अपराध कार्यालय (UNODC) की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में कोलंबिया में कोकीन उत्पादन की क्षमता में 53% की वृद्धि देखी गई, जो एक रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुँच गया। पिछले एक दशक में कोका की खेती लगभग तीन गुना बढ़कर 2023 में 253,000 हेक्टेयर तक पहुँच गई थी। इस वृद्धि को राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो के प्रशासन की नीतियों के संदर्भ में देखा जा रहा है, जिन्होंने जबरन फसल उन्मूलन के बजाय स्वैच्छिक फसल प्रतिस्थापन और ग्रामीण विकास कार्यक्रमों पर जोर दिया है। हालांकि, इन वैकल्पिक कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में आई कमियों को उत्पादन में वृद्धि का एक कारण माना जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस कदम के लिए राष्ट्रपति पेट्रो के "अस्थिर और अप्रभावी नेतृत्व" को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि कोलंबिया ने "अपने स्वयं के काफी कम किए गए कोका उन्मूलन लक्ष्यों को भी पूरा नहीं किया"। अमेरिका ने यह भी संकेत दिया कि पेट्रो के "नारको-आतंकवादी समूहों के साथ समझौते करने के असफल प्रयास" ने संकट को बढ़ा दिया है।
कोलंबियाई राष्ट्रपति पेट्रो ने अमेरिकी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा है कि यह "गरीबों के खिलाफ युद्ध" है और असली समस्या अमेरिका और यूरोप में कोकीन की मांग है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्टों में "पद्धतिगत त्रुटियों" का भी हवाला दिया, जिससे उत्पादन के आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए गए।
इस डीसर्टिफिकेशन के बावजूद, अमेरिकी प्रशासन ने एक "राष्ट्रीय हित छूट" (waiver) जारी की है, जिससे कोलंबिया को महत्वपूर्ण अमेरिकी सहायता और सहयोग जारी रखने की अनुमति मिल गई है। यह छूट, जो कोलंबिया के लिए एक बड़ी राहत है, यह सुनिश्चित करती है कि सैन्य सहायता और मैनुअल कोका उन्मूलन जैसे कार्यक्रम जारी रहेंगे। 2023 में कोलंबिया को अमेरिका से 708 मिलियन डॉलर की सहायता मिली थी, जो किसी भी लैटिन अमेरिकी देश के लिए सबसे अधिक है।
यह निर्णय दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव को दर्शाता है। जहां अमेरिका कोकीन उत्पादन में वृद्धि को लेकर चिंतित है, वहीं कोलंबिया का मानना है कि उसकी नीतियां सामाजिक समस्याओं को संबोधित करने पर केंद्रित हैं जो नशीले पदार्थों की तस्करी को बढ़ावा देती हैं। यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय नशीले पदार्थों के खिलाफ लड़ाई की जटिलताओं और विभिन्न दृष्टिकोणों के बीच संतुलन बनाने की चुनौती को उजागर करती है। कोलंबिया के लिए, यह स्थिति देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर संभावित प्रभाव डाल सकती है, खासकर जब वह अगले साल आम चुनावों की ओर बढ़ रहा है, जहाँ नशीली दवाओं की नीति एक प्रमुख मुद्दा बनने की संभावना है। यह घटनाक्रम इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे वैश्विक मांग और स्थानीय नीतियां मिलकर जटिल अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों को जन्म देती हैं, जिनके समाधान के लिए निरंतर संवाद और सहयोग की आवश्यकता होती है।