अमेरिकी प्रशासन ने बिग टेक कंपनियों के साथ मिलकर नया स्वास्थ्य ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया

द्वारा संपादित: Tatyana Hurynovich

अमेरिकी प्रशासन ने हाल ही में एक नई पहल की घोषणा की है, जिसके तहत नागरिक अपने स्वास्थ्य डेटा और मेडिकल रिकॉर्ड्स को निजी तकनीकी कंपनियों द्वारा संचालित ऐप्स और सिस्टम्स के माध्यम से साझा कर सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स तक पहुंच को सरल बनाना और स्वास्थ्य निगरानी में सुधार करना है।

इस पहल में 60 से अधिक कंपनियां शामिल हैं, जिनमें प्रमुख तकनीकी कंपनियां जैसे गूगल, अमेज़न, एप्पल, और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं। यह सिस्टम विशेष रूप से मधुमेह और मोटापे जैसे पुरानी बीमारियों पर केंद्रित होगा, और इसमें रोगियों की सहायता के लिए संवादात्मक एआई सहायक और डिजिटल चेक-इन सिस्टम जैसे उपकरण शामिल होंगे।

हालांकि, इस पहल के साथ गोपनीयता और सुरक्षा संबंधी गंभीर चिंताएं भी उठ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि संवेदनशील स्वास्थ्य डेटा के दुरुपयोग, अनधिकृत पहुंच, और डेटा के मुद्रीकरण के जोखिम बढ़ सकते हैं।

अमेरिका में, जहां स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पहले से ही डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रही है, इस तरह की पहल के निहितार्थ दूरगामी हो सकते हैं। हालांकि, इसे भारतीय संदर्भ के अनुरूप बनाने के लिए डेटा गोपनीयता और सुरक्षा के मुद्दों को संबोधित करने की आवश्यकता होगी। इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होगा कि सिस्टम सभी के लिए सुलभ हो, भले ही उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो।

कुल मिलाकर, अमेरिकी प्रशासन की यह पहल स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में क्रांति लाने की क्षमता रखती है। भारत के लिए, यह एक मूल्यवान उदाहरण हो सकता है कि डिजिटल स्वास्थ्य सेवा का उपयोग स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार के लिए कैसे किया जा सकता है।

स्रोतों

  • Urban Tecno

  • Associated Press

  • Time

  • The White House

  • Associated Press

  • Spectrum News

क्या आपने कोई गलती या अशुद्धि पाई?

हम जल्द ही आपकी टिप्पणियों पर विचार करेंगे।