भारत और ब्रिटेन ने 24 जुलाई 2025 को एक महत्वपूर्ण मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा। यह समझौता तीन वर्षों की बातचीत के बाद संपन्न हुआ और इसके तहत कई प्रमुख प्रावधान शामिल हैं।
समझौते के अनुसार, भारत ब्रिटेन के उत्पादों पर लागू औसत शुल्क को 15% से घटाकर 3% तक लाएगा। विशेष रूप से, स्कॉच व्हिस्की और अंग्रेजी जिन पर लागू शुल्क को क्रमशः 150% से 75% और फिर 40% तक घटाया जाएगा। इसके अलावा, ब्रिटेन के वाहनों पर आयात शुल्क को 100% से घटाकर 10% किया जाएगा, हालांकि यह कटौती कोटा प्रणाली के तहत लागू होगी।
इसके बदले में, ब्रिटेन भारतीय उत्पादों पर लागू शुल्क को 99% तक समाप्त करेगा, जिससे वस्त्र, चमड़ा, समुद्री उत्पाद, रत्न और आभूषण जैसे श्रम-गहन क्षेत्रों को विशेष लाभ होगा।
समझौते में सेवा क्षेत्र को भी शामिल किया गया है, जिसमें भारतीय पेशेवरों जैसे शेफ, योग प्रशिक्षक और संगीतकारों को ब्रिटेन में काम करने के अवसर मिलेंगे। इसके अलावा, अस्थायी रूप से ब्रिटेन में काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों और उनके नियोक्ताओं को तीन वर्षों तक सामाजिक सुरक्षा योगदान से छूट मिलेगी, जिससे अनुमानित रूप से 4,000 करोड़ रुपये की वार्षिक बचत होगी।
यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को भी मजबूत करेगा, जिससे भारत और ब्रिटेन के बीच साझेदारी और भी गहरी होगी।