नासा के परseverance रोवर ने मंगल ग्रह के जेज़ेरो क्रेटर में स्थित ब्राइट एंजेल फॉर्मेशन से "सफायर कैन्यन" नामक एक चट्टान के नमूने में प्राचीन सूक्ष्मजीव जीवन के आशाजनक संकेत पाए हैं। यह खोज, जिसकी घोषणा 10 सितंबर, 2025 को की गई थी, मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना की खोज में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह नमूना, जिसे जुलाई 2024 में एकत्र किया गया था, में विवियानाइट और ग्रेगिट जैसे खनिज पाए गए हैं। पृथ्वी पर, ये खनिज अक्सर सूक्ष्मजीवों की गतिविधि से जुड़े होते हैं, जो कार्बनिक पदार्थों के साथ प्रतिक्रिया करके इन्हें बनाते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह पर भी इसी तरह की प्रक्रियाएं हुई होंगी, जिससे इन खनिजों का निर्माण हुआ। रोवर के SHERLOC और PIXL जैसे उपकरणों ने चट्टान में कार्बनिक पदार्थों का भी पता लगाया है, जो जीवन के निर्माण खंड माने जाते हैं।
हालांकि, नासा के वैज्ञानिकों ने सावधानी बरतते हुए कहा है कि ये खनिज गैर-जैविक रासायनिक प्रतिक्रियाओं से भी बन सकते हैं। इसलिए, इन संकेतों की निश्चित पुष्टि के लिए मंगल ग्रह से लाए गए नमूनों का पृथ्वी की उन्नत प्रयोगशालाओं में विश्लेषण करना आवश्यक होगा। यह प्रक्रिया, जिसे मार्स सैंपल रिटर्न मिशन के तहत किया जाना है, वर्तमान में लॉजिस्टिक और बजट संबंधी चुनौतियों के कारण 2040 के दशक तक पूरी होने की उम्मीद है।
जेज़ेरो क्रेटर को इसलिए चुना गया था क्योंकि इसके प्राचीन झील तल और नदी डेल्टा के प्रमाण बताते हैं कि यह कभी जीवन के लिए एक संभावित निवास योग्य वातावरण रहा होगा। परseverance रोवर का मिशन ऐसे संकेतों की तलाश करना और भविष्य में पृथ्वी पर विश्लेषण के लिए नमूने एकत्र करना है। यह खोज इस बात पर प्रकाश डालती है कि मंगल ग्रह पर जीवन की खोज एक जटिल और लंबी प्रक्रिया है। हालांकि वर्तमान निष्कर्ष आशाजनक हैं, वे केवल प्रारंभिक संकेत हैं। अंतिम उत्तर पृथ्वी पर विस्तृत विश्लेषण के बाद ही मिलेगा, जो मंगल ग्रह के भूवैज्ञानिक इतिहास और जीवन की संभावना के बारे में हमारी समझ को और गहरा करेगा।