रूस के मीडिया और इंटरनेट नियामक, रोसकोमनाडज़ोर ने 13 अगस्त, 2025 को WhatsApp और Telegram पर वॉयस कॉल के लिए आंशिक प्रतिबंधों की घोषणा की। यह कदम इन लोकप्रिय विदेशी मैसेजिंग प्लेटफार्मों के माध्यम से होने वाली कथित आपराधिक गतिविधियों, जैसे धोखाधड़ी, जबरन वसूली और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता को रोकने के लिए उठाया गया है। रोसकोमनाडज़ोर के अनुसार, इन प्लेटफार्मों का उपयोग पिछले वर्ष से धोखाधड़ी, जबरन वसूली और तोड़फोड़ तथा आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए एक प्रमुख माध्यम बन गया है। नियामक ने यह भी कहा कि मैसेजिंग ऐप के मालिकों ने बार-बार की गई चेतावनियों और सुधारात्मक उपायों के अनुरोधों को नजरअंदाज किया है। इन प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप, उपयोगकर्ताओं ने कॉल में व्यवधान की सूचना दी है, हालांकि कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि वीडियो कॉल कार्यक्षमता भी प्रभावित हुई है।
यह प्रतिबंध रूस की अपनी इंटरनेट अवसंरचना को नियंत्रित करने और विदेशी प्रौद्योगिकी पर निर्भरता कम करने की व्यापक रणनीति के अनुरूप है। जुलाई 2025 में, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसमें एक राज्य-समर्थित मैसेजिंग एप्लिकेशन, MAX को बढ़ावा दिया गया, जिसे रूसी सोशल मीडिया कंपनी VK द्वारा विकसित किया जा रहा है। MAX को चीन के WeChat के समान एक एकीकृत मंच के रूप में देखा जा रहा है, जो मैसेजिंग के साथ-साथ सरकारी सेवाओं, भुगतान और अन्य सुविधाओं को भी एकीकृत करेगा। जुलाई 2025 तक, MAX के 2 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता पंजीकृत हो चुके थे। WhatsApp के रूस में अनुमानित 96 मिलियन मासिक उपयोगकर्ता हैं, जबकि Telegram के 89 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। इन प्लेटफार्मों पर प्रतिबंधों का उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को घरेलू विकल्पों की ओर स्थानांतरित करना है, जिससे राज्य को डिजिटल क्षेत्र पर अधिक नियंत्रण मिल सके। WhatsApp के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी सुरक्षित संचार और गोपनीयता अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है और "लोगों के सुरक्षित संचार के अधिकार का उल्लंघन करने वाले सरकारी प्रयासों का विरोध करती है।" वहीं, Telegram ने कहा कि वह "अपने प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग, जिसमें तोड़फोड़ या हिंसा के लिए उकसाना और धोखाधड़ी शामिल है, से सक्रिय रूप से लड़ता है" और "हर दिन लाखों हानिकारक सामग्री को हटाता है।"