नासा का आर्टेमिस II मिशन, जो अप्रैल 2026 में लॉन्च होने वाला है, चंद्रमा की ओर मानव अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण कदम है। हाल ही में, इस मिशन के चालक दल ने फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में एक रात के लॉन्च की रिहर्सल पूरी की। यह मिशन ओरियन अंतरिक्ष यान और स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट का पहला मानवयुक्त उड़ान होगा।
आर्टेमिस II चालक दल में नासा के अंतरिक्ष यात्री रीड वाइज़मैन (कमांडर), विक्टर ग्लोवर (पायलट), क्रिस्टीना कोच (मिशन विशेषज्ञ) और कनाडा की अंतरिक्ष एजेंसी के जेरेमी हैनसेन (मिशन विशेषज्ञ) शामिल हैं। उनकी यह 10-दिवसीय यात्रा उन्हें चंद्रमा के चारों ओर ले जाएगी, जहाँ वे भविष्य के गहरे अंतरिक्ष अभियानों के लिए महत्वपूर्ण प्रणालियों का परीक्षण करेंगे। अगस्त 2025 में हुई इस रात की रिहर्सल के दौरान, चालक दल ने लॉन्च टॉवर पर अपने स्पेससूट में आपातकालीन निकास प्रक्रियाओं का अभ्यास किया और लॉन्च स्क्रैब (रद्द) होने जैसी विभिन्न परिदृश्यों का अनुकरण किया। टीम ने लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39B के मोबाइल लॉन्च प्लेटफॉर्म से केबल ट्रॉली बास्केट का उपयोग करके आपातकालीन निकासी प्रक्रियाओं का भी अभ्यास किया।
आर्टेमिस II मिशन को कई देरी का सामना करना पड़ा है, जिसका मुख्य कारण ओरियन अंतरिक्ष यान के हीट शील्ड से संबंधित तकनीकी चुनौतियाँ रही हैं। इन बाधाओं के कारण लॉन्च की तारीख 2024 से बदलकर वर्तमान में अप्रैल 2026 कर दी गई है। नासा ने इस हीट शील्ड के व्यवहार का गहन अध्ययन किया है और यह निष्कर्ष निकाला है कि एक संशोधित पुनःप्रवेश प्रक्षेपवक्र के साथ, अंतरिक्ष यान चालक दल के लिए सुरक्षित रहेगा।
यह मिशन चंद्रमा पर मानव की स्थायी उपस्थिति स्थापित करने के नासा के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और मंगल ग्रह के भविष्य के मिशनों की तैयारी के रूप में भी कार्य करता है। चालक दल का कठोर प्रशिक्षण और मिशन की प्रगति मानव अंतरिक्ष अन्वेषण को आगे बढ़ाने में नासा के समर्पण को दर्शाती है। जेरेमी हैनसेन इस मिशन के साथ चंद्रमा की यात्रा करने वाले पहले कनाडाई होंगे, जो अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व को भी रेखांकित करता है।