नासा अपने आर्टेमिस II मिशन के माध्यम से आम जनता को अंतरिक्ष अन्वेषण में भाग लेने का एक अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। इस पहल के तहत, लोग ओरियन अंतरिक्ष यान पर सवार होकर चंद्रमा के चारों ओर की यात्रा का हिस्सा बन सकते हैं। यह मिशन मनुष्यों को चंद्रमा पर वापस ले जाने और मंगल ग्रह के लिए भविष्य के मिशनों की तैयारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आर्टेमिस II मिशन को अप्रैल 2026 तक लॉन्च करने की योजना है। इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल होंगे: रीड वाइज़मैन, विक्टर ग्लोवर, क्रिस्टीना कोच और जेरेमी हैनसेन। ये अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा के चारों ओर 10-दिवसीय यात्रा पर निकलेंगे। यह उड़ान नासा की गहन अंतरिक्ष अन्वेषण क्षमताओं का परीक्षण करेगी, जिसमें स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट और ओरियन अंतरिक्ष यान शामिल हैं। यह मिशन 1972 के बाद पहली बार मनुष्यों को चंद्रमा के करीब ले जाएगा।
अपने नाम को इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनाने के लिए, नासा की "आर्टेमिस II के साथ अपना नाम भेजें" वेबसाइट पर जाकर अपना नाम जमा कर सकते हैं। इसके बदले में आपको एक स्मृति चिन्ह के रूप में एक बोर्डिंग पास भी मिलेगा। मिशन के दौरान, ओरियन अंतरिक्ष यान पर एक एसडी कार्ड पर एकत्र किए गए नामों को संग्रहीत किया जाएगा। यह पहल लोगों को अंतरिक्ष अन्वेषण की रोमांचक दुनिया से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है।
आर्टेमिस II मिशन 2022 में सफल रहे मानव रहित आर्टेमिस I मिशन पर आधारित है। यह मिशन गहन अंतरिक्ष यात्राओं के लिए आवश्यक क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा, जिसमें मानव अन्वेषण के लिए जीवन रक्षक प्रणालियों का परीक्षण भी शामिल है। यह चंद्रमा पर मनुष्यों की दीर्घकालिक उपस्थिति स्थापित करने और भविष्य के मंगल मिशनों की तैयारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नासा का लक्ष्य आर्टेमिस कार्यक्रम के माध्यम से पहली महिला और पहले अश्वेत व्यक्ति को चंद्रमा पर उतारना है।
सितंबर 2025 तक, आर्टेमिस II मिशन अपने नियोजित अप्रैल 2026 के लॉन्च के लिए तैयार है। नासा इस ऐतिहासिक मिशन की तैयारी में प्रगति कर रहा है, जो चंद्रमा के चारों ओर SLS रॉकेट और ओरियन अंतरिक्ष यान के पहले मानवयुक्त उड़ान परीक्षण का प्रतीक होगा। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक उद्देश्यों को पूरा करेगा, बल्कि इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष उत्साही लोगों की एक नई पीढ़ी को भी प्रेरित करेगा। नासा का यह प्रयास अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नए युग की शुरुआत कर रहा है, जो हमें भविष्य में मंगल ग्रह जैसे और भी दूर के गंतव्यों तक ले जाने की क्षमता रखता है।