यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और नासा (NASA) मिलकर अंतरतारकीय धूमकेतु 3I/ATLAS का अध्ययन कर रहे हैं। इस खगोलीय पिंड को 1 जुलाई, 2025 को चिली के रियो हर्टाडो में स्थित एटलस (ATLAS) दूरबीन द्वारा खोजा गया था। यह हमारे सौर मंडल में 'ओउमुआमुआ' (2017) और '2I/बोरिसोव' (2019) के बाद तीसरा ज्ञात अंतरतारकीय पिंड है।
3I/ATLAS वर्तमान में सूर्य के सापेक्ष लगभग 60 किमी/सेकंड (लगभग 216,000 किमी/घंटा) की गति से यात्रा कर रहा है। इसका सूर्य से निकटतम बिंदु 30 अक्टूबर, 2025 के आसपास अपेक्षित है, जब यह मंगल की कक्षा के अंदर से गुजरेगा। लगभग 20 किलोमीटर चौड़ा अनुमानित यह धूमकेतु पृथ्वी के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करता है और कम से कम 240 मिलियन किलोमीटर की सुरक्षित दूरी बनाए रखेगा। नासा के अनुसार, यह धूमकेतु 130,000 मील प्रति घंटे (लगभग 209,000 किलोमीटर प्रति घंटे) की अविश्वसनीय गति से यात्रा कर रहा है, जो सौर मंडल में आने वाले किसी भी मेहमान के लिए अब तक की सबसे तेज गति दर्ज की गई है।
ईएसए का प्लैनेटरी डिफेंस ऑफिस हवाई, चिली और ऑस्ट्रेलिया में स्थित दूरबीनों का उपयोग करके 3I/ATLAS की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहा है। नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 21 जुलाई, 2025 को धूमकेतु के बर्फीले नाभिक के चारों ओर धूल के एक अश्रु-आकार के कोमा (coma) को दर्शाने वाली विस्तृत छवियां कैप्चर कीं। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने भी 6 अगस्त, 2025 को धूमकेतु का अवलोकन किया, जिससे इसकी संरचना और गतिविधि पर महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त हुआ। हबल टेलीस्कोप द्वारा ली गई सबसे स्पष्ट तस्वीर ने खगोलविदों को धूमकेतु के नाभिक के आकार का अधिक सटीक अनुमान लगाने में मदद की है, जिसका व्यास 320 मीटर से 5.6 किलोमीटर के बीच हो सकता है।
हाल के अध्ययनों में 3I/ATLAS में जल गतिविधि का पता चला है। नील गेहरेल्स-स्विफ्ट ऑब्जर्वेटरी के अवलोकनों से हाइड्रॉक्सिल उत्सर्जन (hydroxyl emission) दिखाई दिया है। अनुमानित जल उत्पादन दर धूमकेतु की सतह पर कम से कम 19 वर्ग किलोमीटर के सक्रिय क्षेत्र का सुझाव देती है। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से प्राप्त इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी (infrared spectroscopy) से पता चलता है कि कोमा मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) से बना है, जिसका CO₂/H₂O मिश्रण अनुपात 8.0 ± 1.0 है।
3 सितंबर, 2025 तक, 3I/ATLAS अपनी सौर मंडल यात्रा जारी रखे हुए है, जो वैज्ञानिकों को एक अंतरतारकीय आगंतुक के विस्तृत अध्ययन का अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। ईएसए, नासा और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों द्वारा चल रहे अवलोकन धूमकेतु की संरचना, गतिविधि और प्रक्षेप पथ की समझ को बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं। यह शोध अंतरतारकीय वस्तुओं और ग्रह प्रणालियों के निर्माण में उनकी संभावित भूमिका के बारे में हमारे ज्ञान में योगदान देता है। यह धूमकेतु संभवतः मिल्की वे (Milky Way) के मोटे डिस्क (thick disk) से उत्पन्न हुआ है, जहां पुराने तारे रहते हैं, जिसका अर्थ है कि यह 7 अरब वर्ष पुराना हो सकता है, जो हमारे सौर मंडल से भी अधिक पुराना है।