Panasonic Corporation ने टोक्यो महानगरीय क्षेत्र में अपने नए ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली (EMS) के लिए प्रायोगिक परियोजनाएं शुरू की हैं। इस प्रणाली का उद्देश्य घरों में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाना है, जिसमें हीट पंप और बैटरी जैसी तकनीकों को एकीकृत किया गया है। यह पहल जापान में ऊर्जा दक्षता और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पायलट चरण में, 100 घरों और 20 व्यवसायों में Panasonic के होम एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम (HEMS) और बिल्डिंग एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम (BEMS) बैटरी स्थापित की जा रही हैं। ये इंस्टॉलेशन ENEOS की सौर ऊर्जा खरीद सेवा का हिस्सा हैं। EMS प्रणाली दूर से ही स्टोरेज बैटरी, हीट पंप वॉटर हीटर और एयर कंडीशनिंग इकाइयों को नियंत्रित करती है, ताकि सौर ऊर्जा का अधिकतम स्व-उपभोग सुनिश्चित किया जा सके। Panasonic का लक्ष्य अपनी मालिकाना एल्गोरिदम का उपयोग करके नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग की दर को बढ़ाना है।
ENEOS अपनी ऊर्जा रणनीति में कम-कार्बन स्रोतों की ओर बढ़ रहा है। कंपनी LNG और SAF (सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल) में निवेश बढ़ा रही है, जबकि हाइड्रोजन पहलों को सीमित कर रही है। ENEOS की योजना अपने निवेश का एक बड़ा हिस्सा नवीकरणीय और डीकार्बोनाइज्ड ऊर्जा स्रोतों में आवंटित करने की है। ENEOS का लक्ष्य 2028 तक 400 मिलियन लीटर सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल का उत्पादन करना है।
Panasonic की ऊर्जा प्रबंधन के प्रति प्रतिबद्धता tado° के साथ उसकी साझेदारी में भी स्पष्ट है। इस सहयोग से Panasonic के हीट पंप को tado° के स्मार्ट थर्मोस्टैट्स के साथ एकीकृत किया गया है, जिसका उद्देश्य CO₂ उत्सर्जन और ऊर्जा की खपत को कम करना है। यह एकीकरण उपयोगकर्ताओं को अपने घरों के हीटिंग सिस्टम को अधिक कुशलता से प्रबंधित करने की अनुमति देता है, खासकर जब नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध हो और सस्ती हो। tado° के स्मार्ट थर्मोस्टैट्स और Panasonic के Aquarea हीट पंप का यह संयोजन ऊर्जा दक्षता को 10% तक बढ़ा सकता है और ऊर्जा की खपत को लगभग 20% तक कम कर सकता है।
इन संयुक्त प्रयासों के माध्यम से, Panasonic और ENEOS जापान में ऊर्जा दक्षता में सुधार लाने और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। यह परियोजना न केवल परिवारों और व्यवसायों के लिए ऊर्जा बिलों को कम करने में मदद करेगी, बल्कि भविष्य के लिए बड़े पैमाने पर समाधानों का एक खाका भी तैयार करेगी। यदि यह सफल होता है, तो यह परियोजना अन्य बिजली प्रदाताओं तक फैल सकती है, जिससे पूरे जापान में ऊर्जा अधिक किफायती, विश्वसनीय और टिकाऊ बन सकती है।