भारत के सोशल मीडिया परिदृश्य में 'Sez Us' नामक एक नए प्लेटफॉर्म के आगमन से एक महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद है। यह प्लेटफॉर्म 'एंटी-टॉक्सिक' बातचीत पर ध्यान केंद्रित करता है और एक एल्गोरिथम-मुक्त दृष्टिकोण अपनाता है, जो नागरिक संवाद और उपयोगकर्ता-संचालित मॉडरेशन को बढ़ावा देता है। इसका उद्देश्य भारत में गलत सूचनाओं का मुकाबला करना है, जिसके लिए बॉट गतिविधि को रोकने हेतु अनिवार्य मोबाइल सत्यापन की आवश्यकता होती है। Sez Us ने पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम जैसी प्रमुख हस्तियों को भी आकर्षित किया है।
Sez Us के मुख्य परिचालन अधिकारी अक्षय गुप्ता ने स्वस्थ और सभ्य जुड़ाव के प्रति प्लेटफॉर्म की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि उनका प्रतिष्ठा इंजन (reputation engine) उपयोगकर्ताओं को पोस्ट को रेट करके संवाद को नियंत्रित करने और प्रभावित करने की अनुमति देता है। डिजिटल पहचान के स्वामित्व और विभिन्न प्लेटफार्मों पर निर्बाध नेविगेशन को सक्षम करने के लिए, Sez Us ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करता है। यह पहल, प्रोजेक्ट लिबर्टी और फ्रीक्वेंसी नेटवर्क फाउंडेशन के साथ साझेदारी में, एक खुले और इंटरऑपरेबल सोशल वेब को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखती है। विश्व आर्थिक मंच की 2024 की ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट के अनुसार, भारत में गलत सूचनाओं के प्रसार की उच्च दर को देखते हुए, Sez Us का लॉन्च विशेष रूप से प्रासंगिक है। प्लेटफॉर्म वर्तमान में अमेरिका और भारत दोनों में अपने अल्फा और बीटा चरणों को पूरा करने के बाद रोल आउट हो रहा है। इसे जनरल वेस्ली क्लार्क और पूर्व अमेरिकी हाउस माइनॉरिटी लीडर डिक गेफहार्ट जैसे निवेशकों का भी समर्थन प्राप्त है। कंपनी की भारत में महत्वपूर्ण निवेश करने की योजना है, ताकि भारतीय बाजार के भीतर विशिष्ट रुचि समूहों के लिए समुदायों का निर्माण किया जा सके। यह कदम मौजूदा सोशल मीडिया दिग्गजों के लिए एक विपरीत मॉडल प्रस्तुत करता है, जो अक्सर एल्गोरिथम नियंत्रण पर निर्भर करते हैं जो वायरल होने और विषाक्तता को प्रोत्साहित करते हैं। Sez Us का लक्ष्य एक ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ वास्तविक लोग वास्तविक बातचीत में संलग्न हो सकें, जो डिजिटल दुनिया में अधिक जिम्मेदार और सकारात्मक जुड़ाव को बढ़ावा दे।