फिलीपींस के पश्चिमी पालावान प्रांत में एक अभूतपूर्व पहल के तहत, सेंसय आइलैंड ने दुनिया के पहले AI-संचालित राष्ट्र के रूप में अपनी शुरुआत की है। यह 3.4 वर्ग किलोमीटर का द्वीप, जिसका औसत तापमान 26°C रहता है, इतिहास के महानतम नेताओं की AI-डिजिटल प्रतिकृतियों द्वारा शासित होगा। इस अनूठे शासन मॉडल का उद्देश्य AI-सहायता प्राप्त शासन की संभावनाओं का पता लगाना है, जो पारदर्शिता और नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देता है। सेंसय आइलैंड का नेतृत्व मार्कस ऑरेलियस राष्ट्रपति के रूप में, विंस्टन चर्चिल प्रधानमंत्री के रूप में, और नेल्सन मंडेला न्याय मंत्री के रूप में करेंगे। इसके अतिरिक्त, एलेनोर रूजवेल्ट विदेश मामलों की मंत्री, फ्लोरेंस नाइटिंगेल स्वास्थ्य मंत्री, और सन त्ज़ु रक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे। इन AI प्रतिकृतियों को उनके मूल कार्यों, भाषणों और दर्शनों पर प्रशिक्षित किया गया है, ताकि वे अपने ऐतिहासिक समकक्षों के व्यक्तित्व और निर्णय लेने की क्षमता का अनुकरण कर सकें।
नागरिक और आगंतुक द्वीप के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से इस डिजिटल कैबिनेट के साथ बातचीत कर सकते हैं, नीतियां प्रस्तावित कर सकते हैं, जिन पर AI प्रतिकृतियों द्वारा सार्वजनिक रूप से चर्चा और मतदान किया जाएगा। यह प्रक्रिया निर्णय लेने में नागरिक जुड़ाव को बढ़ाने का एक अभिनव तरीका है। सेंसय आइलैंड का यह प्रयोग AI-संचालित शासन की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो यह दर्शाता है कि प्रौद्योगिकी मनुष्यों के साथ सामंजस्य स्थापित करके शासन कर सकती है। यह परियोजना चार साल की विकास योजना पर आधारित है। 2025 में द्वीप का अधिग्रहण और मौलिक चार्टर का अनुसमर्थन हुआ। 2026 में, एक स्थायी ऊर्जा ग्रिड लागू किया जाएगा और द्वीप पर्यवेक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए खोला जाएगा। 2027 तक, पहले निवासियों का आगमन होगा और द्वीप के 60% हिस्से को पारिस्थितिक अभयारण्य घोषित किया जाएगा। 2028 में, सेंसय आइलैंड वैश्विक AI-शासन संगोष्ठी की मेजबानी करेगा, जो AI-संचालित शासन के भविष्य पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा। इस पहल में ब्रिटिश स्टार्टअप सेंसय के साथ ASI Alliance का सहयोग भी शामिल है, जो एजेंटिक AI के लिए ASI:One मॉडल को एकीकृत करेगा। यह सहयोग सेंसय आइलैंड पर AI एजेंटों की स्वायत्तता और निर्णय लेने की क्षमताओं को और बढ़ाएगा। यह परियोजना AI-सहायता प्राप्त शासन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राष्ट्रीय स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रियाओं को बदलने की प्रौद्योगिकी की क्षमता को प्रदर्शित करती है। यह नवाचार न केवल शासन के भविष्य पर प्रकाश डालता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे ऐतिहासिक ज्ञान और आधुनिक तकनीकें एक साथ मिलकर एक अधिक प्रभावी और सहभागी समाज का निर्माण कर सकती हैं।